tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post1054813466421810336..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": करें परस्पर रार, राष्ट्रवादी भी आधे-रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-1719377484223467292012-11-25T04:49:07.267-08:002012-11-25T04:49:07.267-08:00वाह...!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!वाह...!<br />बहुत सुन्दर प्रस्तुति!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-50579501372535844712012-11-25T03:37:07.879-08:002012-11-25T03:37:07.879-08:00बहुत ख़ूब!
आपकी यह सुन्दर प्रविष्टि कल दिनांक 26-...बहुत ख़ूब! <br />आपकी यह सुन्दर प्रविष्टि कल दिनांक 26-11-2012 को <a href="http://charchamanch.blogspot.com" rel="nofollow"><b>सोमवारीय चर्चामंच</b></a> पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ<br />चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-4004214954835793782012-11-24T22:29:29.087-08:002012-11-24T22:29:29.087-08:00
जमा जूतियाँ सैकड़ों, टूटी कुर्सी मेज ।
माइक गाली ...<br />जमा जूतियाँ सैकड़ों, टूटी कुर्सी मेज ।<br />माइक गाली शोर भी, रखते रहे सहेज ।<br />रखते रहे सहेज, कालिमा नोट चुटकुले ।<br />कितनी लानत भेज, दिखाते खुद को हलके ।<br />चेले गुरु घंटाल, सरिस जो चली गोलियां ।<br /> नंगे भगे नवाब, पड़ी रह गई जूतियाँ ।।<br /><br />जहां बनाते थे नीतियाँ वहीँ कूदते हैं अब कूप में संसदीय कूप में .आम आदमी का कांग्रेसी प्रपंच पर आपकी टिपण्णी बड़ी सामयिक और सारगर्भित है .<br /><br />दावा कंगरसिया करे, साथ आदमी आम ।<br />कैसे रखते केजरी, पार्टी का यह नाम ।<br />पार्टी का यह नाम, हमारा हित ही साधे।<br />करें परस्पर रार, राष्ट्रवादी भी आधे ।<br />सारे सेक्युलर साथ, मुलायम माया पावा ।<br />साथ आदमी आम, गलत केजरि का दावा ।।virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com