tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post1329447413053268442..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": कर कुकर्म मुसकाय, किया था क़त्ल हालिया : लिंक-लिक्खाड़ 451रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-5757605819075223702012-11-07T22:22:31.820-08:002012-11-07T22:22:31.820-08:00वाह ... बेहतरीन वाह ... बेहतरीन सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-38668305949214132782012-11-07T21:13:30.658-08:002012-11-07T21:13:30.658-08:00दोहे से दोहे मिले, दोहों की आ गई बाढ़।
शब्दों की बा...दोहे से दोहे मिले, दोहों की आ गई बाढ़।<br />शब्दों की बारिश हुई, नहिं सावन नहीं आषाढ़।।<br />रविकर सर बेहतरीन प्रस्तुति....अरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-43887652780696983492012-11-07T18:53:09.770-08:002012-11-07T18:53:09.770-08:00नकारात्मक नकारते, रखते मन में धीर |
सकारात्मक पक्ष...नकारात्मक नकारते, रखते मन में धीर |<br />सकारात्मक पक्ष से, कभी नहीं हो पीर |<br />कभी नहीं हो पीर, जलधि का मंथन करके |<br />जलता नहीं शरीर, मिले घट अमृत भरके |<br />करलो प्यारे पान, पिए रविकर विष खारा |<br />हो सबका कल्याण, नहीं सिद्धांत नकारा ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-20074443841355593312012-11-07T15:01:46.243-08:002012-11-07T15:01:46.243-08:00
माता देखी पुत्र की, जब से प्रगति रिपोट ।
मन में न...<br />माता देखी पुत्र की, जब से प्रगति रिपोट ।<br />मन में नित चिन्तन करे, सुनी गडकरी खोट<br />सुनी गडकरी खोट, आई-क्यु बहुतै अच्छा ।<br />दाउद ना बन जाय, करो हे ईश्वर रक्षा ।<br />बनना इसे नरेंद्र, उसे बाबा समझाता ।<br />संस्कार शुभ-श्रेष्ठ, सदा दे सदगुण माता ।<br /><br />भले लिंक लिख्खाड है भली आपकी बाण ,<br /><br />किन्तु टिप्पणियाँ आपकी सदा हमारी शान ,<br /><br />बचो !भाई अरुण निगम से <br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-72644540853745083092012-11-07T10:23:00.555-08:002012-11-07T10:23:00.555-08:00उपसंहार बता रहे,खीचे फिर फिर चित्र
बातों में आना न...उपसंहार बता रहे,खीचे फिर फिर चित्र<br />बातों में आना नही,समझे रविकर मित्र<br /><br />समझे रविकर मित्र,अरुण जी चारा डाले<br />लालच में खा लिया,फिर पड़ जाये न पाले<br /><br />देता धीर सलाह,संभलना इस वार में<br />फस जाये ये अरुण,अपने उपसंहार में,,,,,<br />धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-81285866214652697392012-11-07T05:24:27.286-08:002012-11-07T05:24:27.286-08:00उल्लू का स्टेटमेंट छाप दिये देते ही !
आभार !उल्लू का स्टेटमेंट छाप दिये देते ही !<br />आभार !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com