tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post1948422111418402888..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": जहाँ मराठी अस्मिता, मारी हिंदु हजार-रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-8258582910121745322012-11-20T21:32:25.449-08:002012-11-20T21:32:25.449-08:00 नूतन
पानी जैसा धन बहा, मरते डूब कपूत ।
हुई कहावत... नूतन <br />पानी जैसा धन बहा, मरते डूब कपूत ।<br />हुई कहावत बेतुकी, और आग मत मूत ।<br /><br />और आग मत मूत, हिदायत गाँठ बाँध इक ।<br />बदल कहावत आज, खर्च पानी धन माफिक ।<br /><br />कह रविकर कविराय, सिखाई दादी नानी ।<br />बन जा पानीदार, सुरक्षित रखना पानी ।।<br /><br />बहुत खूब अभिनव इस्तेमाल किया है पानी का पानी के रंग और उसकी धार का आब का .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-80716801671952015182012-11-20T17:51:48.075-08:002012-11-20T17:51:48.075-08:00वास्तव में आपकी कलम वो ताकत रखती है जो किसी भी वात...वास्तव में आपकी कलम वो ताकत रखती है जो किसी भी वात को सहजता से वह वात कह सकती है जिस बात को कहने में गद्य को पूरा पेज भर जाए फिर काव्य की तो यह महिमा होती है कि मधु ही मधु हर तरफ बहता है।आपका ध्येय वाक्य भी सचमुच महान है कि वर्णों का आटा-------------------------क्रमवार सजाता हूँ।<br /> आपने हम छोटे से आयुर्वेदिक ब्लागर का लिंक अपने ब्लाग पर देकर हमारा मान बढ़ाया आपका बार बार धन्यबाद Gyanesh kumar varshneyhttps://www.blogger.com/profile/09360031175151749460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-36138491111308776622012-11-20T11:09:53.773-08:002012-11-20T11:09:53.773-08:00बढिया
अच्छे लिंक्सबढिया<br />अच्छे लिंक्समहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/18051207879771385090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-34753822846647773182012-11-20T10:08:41.816-08:002012-11-20T10:08:41.816-08:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति वाह!बहुत सुन्दर प्रस्तुति वाह!चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-9066861166373077832012-11-20T07:45:18.536-08:002012-11-20T07:45:18.536-08:00मानव - धर्म से बढ़कर कुछ नहीं है ।मानव - धर्म से बढ़कर कुछ नहीं है ।संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-84006186356494215412012-11-20T06:51:16.817-08:002012-11-20T06:51:16.817-08:00बहुत उम्दा!
मन प्रसन्न हो गया!बहुत उम्दा!<br />मन प्रसन्न हो गया!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com