tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post341037807523564642..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": रे मन रख विश्वास, स्वप्न ना रहें अधूरे-रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-45303661731697795342012-10-31T03:40:39.063-07:002012-10-31T03:40:39.063-07:00शब्दों की जीवंत भावनाएं... सुन्दर चित्रांकनशब्दों की जीवंत भावनाएं... सुन्दर चित्रांकनMadan Mohan Saxenahttps://www.blogger.com/profile/02335093546654008236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-1389186299371421152012-10-29T20:14:25.974-07:002012-10-29T20:14:25.974-07:00रविकर जी, सुंदर लिंक्स, आभार !रविकर जी, सुंदर लिंक्स, आभार !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-34111896404765262842012-10-29T11:55:19.139-07:002012-10-29T11:55:19.139-07:00रविकर जी बहुत बढ़िया काव्यात्मक टिप्पणियाँ की हैं ...रविकर जी बहुत बढ़िया काव्यात्मक टिप्पणियाँ की हैं आपने .<br /><br />जीवन तर्क के हिसाब से नहीं अनुकूलन के हिसाब से आगे बढ़ता है .जैसा <br /><br />देश वैसा भेष .अलबत्ता आज हृदय विज्ञानी डेरी उत्पादों को दिल के लिए <br /><br />अच्छा नहीं मानते .अंडा और शुद्ध खालिस दूध दोनों कोलेस्ट्रोल बढ़ाएंगे <br /><br />भले कोलेस्ट्रोल कोशिका बढ़वार के लिए एक आवशयक तत्व है .<br /><br />गांधी जी ताउम्र बकरी का दूध पीते रहे .एक जगह उन्होंने गाय के दूध के <br /><br />लिए लिखा यह उसका खून है .<br /><br />कबीर ने कहा -<br /><br />बकरी पांति खात है ,ताकि मोटी खाल <br /><br />जे नर बकरी खात हैं तिनको कौन हवाल .<br /><br />अमरीका में गौ मांस सिर्फ खाया ही नहीं जाता फैंका भी जाता टनों की <br /><br />मात्रा में क्योंकि स्टोर्स में इसकी सेल्फ लाइफ खत्म हो जाती है .<br /><br />अलबत्ता गोरे इसमें से कोलेस्ट्रोल कम करने के उपाय कर रहें हैं .<br /><br />हम निर्णायक की भूमिका में आने वाले कौन होते हैं .जिसका जो जी करे <br /><br />खाए ,मुंह मारे जाके .<br />क्या गाय या भैंस का दूध....शाकाहारी है ???<br />अदा <br /> काव्य मंजूषा<br /><br /> मांसाहारी सकल जग, खाता पशु प्रोडक्ट ।<br />कुछ देशों में व्यर्थ ही, लागू उल्टा एक्ट ।<br />लागू उल्टा एक्ट, कपूतों खून पिया है ।<br />हाड़-मांस खा गए, कहाँ फिर भेज दिया है ।<br />फिर से माँ को ढूँढ, दूध की चुका उधारी ।<br />मथुरा में जा देख, नोचते मांसाहारी ।।<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-18315924258067108582012-10-29T11:16:39.080-07:002012-10-29T11:16:39.080-07:00"रिश्वत में गुम हो गई प्राञ्जलता" (डॉ.रू..."रिश्वत में गुम हो गई प्राञ्जलता" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण) <br /> उच्चारण <br /><br /><br />रिश्वत अस्मत से रहे, किस्मत आज खरीद |<br /><br />मंहगाई में रोज वे, मना रहे बकरीद |<br /><br />मना रहे बकरीद, यहाँ पर होते फांके |<br /><br />हवा रहे हम फांक, लगाते दुष्ट ठहाके <br />|<br />तड़क-भड़क ये सड़क, करे उनका नित स्वागत |<br /><br />किस्मत अपनी रोय, बचा के रखते अस्मत ||<br /><br />अजी अब कौन मेज के नीचे से रिश्वत लेता है छोटी मोटी .क़ानून का फंडा <br /><br />लगा फंड खाते हैं और विदेश मंत्री का पद हथियाते हैं .<br /><br />रविकर जी बहुत बढ़िया काव्यात्मक टिप्पणियाँ की हैं आपने .<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com