tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post3454694352832831397..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": मोटा भाई छा रहा, बल चाचा के पेट-रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-80591860239256801912013-11-15T04:08:31.808-08:002013-11-15T04:08:31.808-08:00बहुत दिनों बाद यहां आ पाया हूं..
आज तो बहुत सारे ल...बहुत दिनों बाद यहां आ पाया हूं..<br />आज तो बहुत सारे लिंक्स यहां भी मिलें..<br />बढियामहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-61255888723645158412013-11-14T03:05:30.530-08:002013-11-14T03:05:30.530-08:00बहुत सुन्दर आयोजन ..बहुत सुन्दर आयोजन ..ज्योति-कलशhttps://www.blogger.com/profile/05458544963035421633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-77420452854934165842013-11-13T17:31:19.674-08:002013-11-13T17:31:19.674-08:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बृहस्पतिवार को (14-11-2013) <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2013/11/1429.html" rel="nofollow"> ऐसा होता तो ऐसा होता ( चर्चा - 1429 ) "मयंक का कोना" </a> पर भी होगी!<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चाचा नेहरू के जन्मदिवस बालदिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-10173139719145398082013-11-13T09:48:26.488-08:002013-11-13T09:48:26.488-08:00सब एक से बढ़कर एक |सब एक से बढ़कर एक |Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12634209491911135236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-14968701812772494212013-11-13T08:12:00.221-08:002013-11-13T08:12:00.221-08:00मोटा भाई छा रहा, बल चाचा के पेट |
होना नहीं शिकार ...मोटा भाई छा रहा, बल चाचा के पेट |<br />होना नहीं शिकार है, बोरा चले समेट |<br /><br />बोरा चले समेट, विदेशी बैंक छोड़ के |<br />होना नहिं आखेट, नोट खुद रखूं मोड़ के |<br /><br />जमा किया है माल, पड़ा यह बोरा छोटा |<br />डालर में बदलाय, रखूंगा मोटा मोटा ||<br /><br />भाई साहब इस दौर में मोदी एक बाज़ार है एक आस है .कुछ के लिए पसंद कुछ के लिए नफरत है बैठा होता मंच पे तो लगे हमारे बीच है हम सा है .एक फिनामिना बन चुका है मोदी ,जो नफरत करते हैं वह भी मोदी मोदी करते हैं .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-78945492975881396362013-11-13T07:53:06.921-08:002013-11-13T07:53:06.921-08:00वाह ! बहुत सुंदर.वाह ! बहुत सुंदर.Rajeev Kumar Jhahttps://www.blogger.com/profile/12748535881221017180noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-5860206526068458552013-11-13T05:47:06.395-08:002013-11-13T05:47:06.395-08:00रविकर का है ही कुछ अंदाजे बयां और !रविकर का है ही कुछ अंदाजे बयां और !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com