tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post6409211389859523001..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": फूलों को गर चाहते, करो शूल से प्रीत-रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-34888877793259502322012-10-23T22:45:58.376-07:002012-10-23T22:45:58.376-07:00रविकर सर उम्दा लिंक्स एक से बढ़कर एक टिप्पणियां, वि...रविकर सर उम्दा लिंक्स एक से बढ़कर एक टिप्पणियां, विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं अरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-89660372980782471192012-10-23T20:33:54.068-07:002012-10-23T20:33:54.068-07:00भाई,आभार !भाई,आभार !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-60842149311578824322012-10-23T18:57:43.111-07:002012-10-23T18:57:43.111-07:00हाईप्रोफाइल मच्छर: डेंगू का 'डंक'
भगवन की...हाईप्रोफाइल मच्छर: डेंगू का 'डंक'<br /><br />भगवन की भेंगी नजर, डेंगी का उपहार |<br />मानव की नित हार है, दिल्ली की सरकार |<br />दिल्ली की सरकार, हाथ पर हाथ धरे है |<br />बढती भीषण व्याधि, व्यर्थ ही लोग मरे हैं |<br />करो सफाई खूब, नहीं जमने दो पानी |<br />नहीं तो जाओ डूब, मरे ना उनकी नानी ||<br /><br />इन दिनों तो भारत सरकार ही डेंगू की सरकार हो गई है प्राजातंत्र ही डेंगू ग्रस्त है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-74041468475933765322012-10-23T18:53:02.171-07:002012-10-23T18:53:02.171-07:00हर उजाले से अन्धेरा है बंधा,
खाक दर-दर की नहीं हम ...हर उजाले से अन्धेरा है बंधा,<br />खाक दर-दर की नहीं हम छानते हैं।<br />हम विरह में गीत गाना जानते हैं।।<br /><br />शूल के ही साथ रहते फूल हैं,<br />बैर काँटों से नहीं हम ठानते हैं<br /> हम विरह में गीत गाना जानते हैं।।<br /><br />जीवन में "नकार "को बुहारती "सकार "को दुलराती ,सकारात्मक ऊर्जा से संसिक्त पोस्ट .बेहतरीन भाव अभिव्यंजना .<br /><br />ram ram bhai<br />मुखपृष्ठ<br /><br />बुधवार, 24 अक्तूबर 2012<br />हैलोवीन बोले तो (दूसरीऔर तीसरी क़िस्त )<br /><br />http://veerubhai1947.blogspot.com/<br /><br />न जाने किस तरह तो रात भर छप्पर बनाते हैं ,<br /><br />सवेरे ही सवेरे आंधियां फिर लौट आतीं हैं .<br /><br />सुबह टिपण्णी करो ,रात को गायब .वाह क्या कहने हैं स्पैम बोक्स के .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-15583255562880387452012-10-23T09:44:29.127-07:002012-10-23T09:44:29.127-07:00@ रविकर अब खामोश हो, कहे वाह ही वाह ||
वाह जी वाह...@ रविकर अब खामोश हो, कहे वाह ही वाह ||<br /><br />वाह जी वाह Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-77244778613938463592012-10-23T09:10:32.176-07:002012-10-23T09:10:32.176-07:00बहुत सुन्दर ..आभारबहुत सुन्दर ..आभारMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-81919440492188904052012-10-23T08:47:16.852-07:002012-10-23T08:47:16.852-07:00अपनी काया से डबल, दौड़ उठा कर बोझ ।
हाथी हारेगा बड...अपनी काया से डबल, दौड़ उठा कर बोझ ।<br />हाथी हारेगा बड़ा, चींटी जीते सोझ ।<br />चींटी जीते सोझ, खोज लेती झट दुश्मन ।<br />अंकुश करे गुलाम, बंधे हाथी झट बंधन ।<br />रहना सदा सचेत, चीटियाँ होती कटनी ।<br />चटनी जैसा चाट, दिखाएँ ताकत अपनी ।।<br /><br /><br /><br />बहुत सुन्दर रचना है भाई साहब (बड़ा ,चींटियां ,दौड़ )<br /><br />बोध कथा को साकार करती .<br />ram ram bhai<br />मुखपृष्ठ<br /><br />मंगलवार, 23 अक्तूबर 2012<br />गेस्ट पोस्ट ,गज़ल :आईने की मार भी क्या मार है<br />http://veerubhai1947.blogspot.com/<br /><br /><br /><br /><br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-75494916059197708342012-10-23T07:36:17.522-07:002012-10-23T07:36:17.522-07:00आदरणीय रविकर जी अच्छे लिंक्स ...डेंगू ने यश चोपडा ...आदरणीय रविकर जी अच्छे लिंक्स ...डेंगू ने यश चोपडा को तो शिकार ही बना डाला सुन्दर सन्देश <br />जय श्री राधे <br />भ्रमरSURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR5https://www.blogger.com/profile/11163697127232399998noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-23150944561577355342012-10-23T06:44:23.834-07:002012-10-23T06:44:23.834-07:00वाह ! उम्दा एक से बढ़कर एक !वाह ! उम्दा एक से बढ़कर एक !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-83033947069814177742012-10-23T05:14:28.784-07:002012-10-23T05:14:28.784-07:00वाह..
बढ़िया लिंक्स...और सटीक टिप्पणियाँ....
सादर
...वाह..<br />बढ़िया लिंक्स...और सटीक टिप्पणियाँ....<br /><br />सादर<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.com