tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post712147263462310497..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": शायद पहली मौत, देश में इतनी चर्चा-रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-32113980163699219222013-03-13T03:17:09.374-07:002013-03-13T03:17:09.374-07:00अलगावों के लिये है, मानो सुदृढ़ बाड़ |
प्रीति-संकल...अलगावों के लिये है, मानो सुदृढ़ बाड़ |<br />प्रीति-संकलन कर रहा, मीत लिंक लिक्खाड़ !!देवदत्त प्रसूनhttps://www.blogger.com/profile/06275143755319297820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-61666887565859892762013-03-13T03:11:42.532-07:002013-03-13T03:11:42.532-07:00'अलगावों'के लिये है,सुदृढ़ सुदृढ़ बाड़ |
प...'अलगावों'के लिये है,सुदृढ़ सुदृढ़ बाड़ |<br />प्रेम की फुलवारी बना, मीत 'लिंक-लिक्खाड़ ||देवदत्त प्रसूनhttps://www.blogger.com/profile/06275143755319297820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-26806149097527829502013-03-11T06:53:50.615-07:002013-03-11T06:53:50.615-07:00बहुत बढ़िया लिंक्स चयन हुज़ूर | सादर बहुत बढ़िया लिंक्स चयन हुज़ूर | सादर Tamasha-E-Zindagihttps://www.blogger.com/profile/01844600687875877913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-47009868978833948212013-03-11T06:02:25.134-07:002013-03-11T06:02:25.134-07:00बहुत बेहतरीन प्रस्तुति महोदय ,
वर्तमान परिप्रेक्ष्...बहुत बेहतरीन प्रस्तुति महोदय ,<br />वर्तमान परिप्रेक्ष्य को रेखांकित <br />करती ,बढ़िया.........<br /><br />Aditi Poonamhttps://www.blogger.com/profile/07454848082907747001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-2761317853696373952013-03-11T05:29:18.907-07:002013-03-11T05:29:18.907-07:00खुमारी के रंग ऐसे ही होते हैं भैया साहब खुमारी के रंग ऐसे ही होते हैं भैया साहब virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-68808822202945172882013-03-11T05:27:01.853-07:002013-03-11T05:27:01.853-07:00रंग रँगीला दे जमा, रँगरसया रंगरूट |
रंग-महल रँगरेल...रंग रँगीला दे जमा, रँगरसया रंगरूट |<br />रंग-महल रँगरेलियाँ, *फगुहारा ले लूट ||<br />*फगुआ गाने वाला पुरुष -<br /><br /><br />फ़गुआना फब फब्तियां, फन फ़नकार फनिंद |<br />रंग भंग भी ढंग से, नाचे गाये हिन्द ||<br /><br />हुई लाल -पीली सखी, पी ली मीठी भांग |<br /> अँगिया रँगिया रँग गया, रंगत में अंगांग ||<br /><br />देख पनीले दृश्य को, छुपे शिशिर हेमंत ।<br />आँख गुलाबी दिख रही, पी ले तनि श्रीमंत ॥<br /><br />तड़पत तनु तनि तरबतर, तरुनाई तति तर्क ।<br />लाल नैन बिन सैन के, अंग नोचते *कर्क ॥<br /><br />खुमारी के रंग ऐसे ही होते हैं भैया साहब virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-79846501502962053022013-03-11T05:24:44.608-07:002013-03-11T05:24:44.608-07:00एक बेहया बदलाव के साक्षी बन रहे हैं हम लोग .
ज़बर...एक बेहया बदलाव के साक्षी बन रहे हैं हम लोग .<br /><br />ज़बर्ज़स्त तंज भाई साहब .व्यवस्था को राजा भैया ही हांक रहे हैं .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-86557679982435637312013-03-11T05:22:26.880-07:002013-03-11T05:22:26.880-07:00हो सकता है क्या नहीं, हों रिश्ते असहाय |
खर्चा पूर...हो सकता है क्या नहीं, हों रिश्ते असहाय |<br />खर्चा पूरा नहिं पड़े, नाम लिस्ट में आय |<br /><br />नाम लिस्ट में आय, सभी का हक़ पर हक़ है -<br />जीजा देवर बहन, खफा इन से नाहक है | <br /><br />शायद पहली मौत, देश में इतनी चर्चा |<br />उठा रही सरकार, सभी नातों का खर्चा || <br />हक़ का हक़ है-<br />हर्जाना देना आसान लोक लुभाऊ काम है .क़ानून व्यवस्था लागू करने की कोई बात नहीं करता ,virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-22918536342161417942013-03-11T03:00:13.125-07:002013-03-11T03:00:13.125-07:00बहुत बढ़िया सर जी !बहुत बढ़िया सर जी !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-24539658487257449082013-03-10T23:16:06.625-07:002013-03-10T23:16:06.625-07:00बहुत ही सुन्दर एवं सार्थक प्रस्तुतिकरण,सादर नमन.
...बहुत ही सुन्दर एवं सार्थक प्रस्तुतिकरण,सादर नमन.<br /><br />गुरु आशीष से ईश मिले ,गुरु हाथो तपिश<br />जप तप करते नहीं मिले ,सद्गुरु है जगदीशRajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-9332673691712955302013-03-10T22:39:57.261-07:002013-03-10T22:39:57.261-07:00आदरणीय गुरुदेव श्री सादर प्रणाम बेहद सुन्दर एवं प्...आदरणीय गुरुदेव श्री सादर प्रणाम बेहद सुन्दर एवं प्रभावशाली प्रस्तुति हार्दिक बधाई अरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.com