tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post2799420728903809786..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": जन त्रिशंकु आदेश, खेल खेलेगा पैसा -रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-5043452405443393302013-11-07T13:21:15.373-08:002013-11-07T13:21:15.373-08:00कौन है सेकुलर कौन है कम्युनल, रविकर खोले पोल ,
पट...कौन है सेकुलर कौन है कम्युनल, रविकर खोले पोल ,<br /><br />पटेल बस सरदार था ,बात कहे सब खोल। <br /><br />बात पते की बोल ,....... दिखावे रोज़ तमाशे <br /><br /><br />................ <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-7392118153961682812013-11-07T13:14:17.751-08:002013-11-07T13:14:17.751-08:00जलने से बच जाय तो, बन सकती है सास |
सास इसी एहसास ...जलने से बच जाय तो, बन सकती है सास |<br />सास इसी एहसास से, देती साँस तराश |<br /><br />देती साँस तराश, जलजला घर में आये |<br />और होय परिहास, जगत में नाक कटाये |<br /><br />रविकर घर से निकल, चला है कालिख मलने |<br />लेकिन घर में स्वयं, बहू को देता जलने-<br /><br />रविकर की कलम दिनानुदिन मोदी की तरह नै ऊंचाइयां छ्हू रही है कुछ करके मानेगी।virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-78869988943637593982013-11-07T09:59:44.584-08:002013-11-07T09:59:44.584-08:00चर्चा का ये तरीका अद्भुत लगा...बहुत बहुत बधाई...चर्चा का ये तरीका अद्भुत लगा...बहुत बहुत बधाई...प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-43217014291327946982013-11-07T06:43:24.908-08:002013-11-07T06:43:24.908-08:00बहुत सुंदर चर्चा !बहुत सुंदर चर्चा !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-42717522115075263042013-11-07T06:11:57.663-08:002013-11-07T06:11:57.663-08:00होगा बंटाधार, झेल तू झारखण्ड सा |
जन त्रिशंकु आदे...होगा बंटाधार, झेल तू झारखण्ड सा |<br />जन त्रिशंकु आदेश, खेल खेलेगा पैसा |<br /><br />बहुत सही !<br />साभार !शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-14168695960893230832013-11-07T01:49:36.237-08:002013-11-07T01:49:36.237-08:00सुन्दरतम भाव से संपृक्त रचना ,सुन्दरतम भाव से संपृक्त रचना ,Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14500351687854454625noreply@blogger.com