tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post571559885308286661..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": लेता ग्राहक धूर्त, राष्ट्रवादी यह खोता-रविकररविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-91865015778672241342012-11-29T10:17:13.002-08:002012-11-29T10:17:13.002-08:00सुंदर टिप्पणियों से सटीक विश्लेषण,,,
सुंदर टिप्पणियों से सटीक विश्लेषण,,,<br /><br />धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-63076586453176196062012-11-29T09:08:28.318-08:002012-11-29T09:08:28.318-08:00बदमाश है स्पैम बोक्स किसी बदजात सा .पी गया टिप्पणि...बदमाश है स्पैम बोक्स किसी बदजात सा .पी गया टिप्पणियाँ .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-68558019062375955732012-11-29T09:07:16.916-08:002012-11-29T09:07:16.916-08:00कभी बे -सबब रहा करो ,
कभी कुछ भी न किया करो ,
क...कभी बे -सबब रहा करो ,<br /><br />कभी कुछ भी न किया करो ,<br /><br />कभी यूं ही कुछ किया करो ,<br /><br />कभी बे -वजह फिरा करो ,<br /><br />मुख चिठ्ठे पे भी दिखा करो ...<br /> <br />वो वो कहकहे <br /><br />फेसबुक तनाव देता है सिब्बल एंड पार्टी को..<br />ZEAL <br />ZEAL<br />टेंसन देता फेसबुक, लेता सिब्बल लेट ।<br />यह तो है मस्ती भरा, तिकड़म तनिक समेट ।<br />तिकड़म तनिक समेट, तीन से बचना डेली ।<br />मोहन राहुल मॉम, बड़ी घुड़साल तबेली ।<br />सो जा चद्दर तान, भली भगवान् करेंगे ।<br />कर मोदी गुणगान, जिरह बिन नहीं मरेगा ।।<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-20708439858366890522012-11-29T09:01:59.721-08:002012-11-29T09:01:59.721-08:00.माया तू न गई मेरे मन से /माया तेरे तीन नाम ,परसी ....माया तू न गई मेरे मन से /माया तेरे तीन नाम ,परसी पर्सा ,परसराम /माया महा ठगनी हम जानी ...कोई सुने तब न एक ओब्सेसन है माया ....भ्रम है हेलुसिनेसन है ,सटीक पोस्ट .<br /> आसक्ति की मृगतृष्णा <br /> सुज्ञ <br /><br />जोड़-गाँठ कर तह करे, जीवन चादर क्षीण ।<br />बाँध-बूँध कर लें छुपा, विचलित मन की मीन । <br />विचलित मन की मीन, जीन का किया परीक्षण । <br />बढ़े लालसा काम, काम नहिं आवे शिक्षण । <br />नोट जमा रंगीन, सीन को चूमे रविकर । <br />'पानी' मांगे मीन, मरे पर जोड़-गाँठ कर । virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-78479633292533828512012-11-29T08:55:04.680-08:002012-11-29T08:55:04.680-08:00
सटीक विश्लेषण लेकिन कुछ तो बे -वफाई के जीन (जीवन ...<br />सटीक विश्लेषण लेकिन कुछ तो बे -वफाई के जीन (जीवन खंड )भी होतें हैं .परिवर्तन प्रकृति का नियम है पूरब पश्चिम का विलय हुआ चाहता है .<br /><br />अधूरे सपनों की कसक : एक विश्लेषण और उपलब्धि !<br />रेखा श्रीवास्तव <br /> मेरी सोच<br /> न्यौछावर सपने किये, अपने में संतुष्ट ।<br />मातु-पिता पति प्रति सजग, पुत्र-पुत्रियाँ पुष्ट ।<br />पुत्र-पुत्रियाँ पुष्ट, वही सपने बन जाते ।<br />खुद से होना रुष्ट, यही तो रहे भुलाते ।<br />सब रिश्तों में श्रेष्ठ, बराबर बैठा ईश्वर ।<br />परम-पूज्य है मातु, किया सर्वस्व निछावर ।।virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-18023078074318883022012-11-29T08:53:38.681-08:002012-11-29T08:53:38.681-08:00कार्टून कुछ बोलता है -उज्जैन का खोता मेला
दिखा पि...कार्टून कुछ बोलता है -उज्जैन का खोता मेला<br /><br />दिखा पिछाड़ी जो रहा, रविकर वही अमूर्त |<br />दो कौड़ी में बिक गया, लेता ग्राहक धूर्त | <br />लेता ग्राहक धूर्त, राष्ट्रवादी यह खोता |<br />खोता रोता रोज, यज्ञ आदिक नहिं होता |<br />खुली विदेशी शॉप, खींचता उनकी गाड़ी |<br />बनता लोमड़ जाय, अनाड़ी दिखा पिछाड़ी ||<br /><br />बढ़िया मारा है निचोड़ के संसदीय खोतों को .बधाई .<br />वो वो कहकहे <br /><br />वो वो वो <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-57667263743945881712012-11-29T06:37:54.540-08:002012-11-29T06:37:54.540-08:00कुंडलिया है बड़े काम की!कुंडलिया है बड़े काम की!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-19205920022970161152012-11-29T04:36:25.095-08:002012-11-29T04:36:25.095-08:00Aabhaar Ravikar ji Aabhaar Ravikar ji पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com