tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post5933779906976325310..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": अमृत वर्षा से हुई, श्वेत खीर अभिसिक्त -रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-71017174300861949972012-10-30T09:15:25.222-07:002012-10-30T09:15:25.222-07:00वाह!वाह!देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-67696458926931211302012-10-30T00:39:00.879-07:002012-10-30T00:39:00.879-07:00बेहतरीन लिंक्स संयोजित किये हैं आपने ...
आभार
...बेहतरीन लिंक्स संयोजित किये हैं आपने ... <br />आभार<br /><br /><br />सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-88723834334757688892012-10-29T23:55:00.361-07:002012-10-29T23:55:00.361-07:00सरी रचनाएं और लिंक्स मन को भाए।सरी रचनाएं और लिंक्स मन को भाए।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-10874496786114570012012-10-29T22:34:34.990-07:002012-10-29T22:34:34.990-07:00अच्छे अच्छे लिंक्स ..
सुंदर टिप्पणियां !!अच्छे अच्छे लिंक्स ..<br />सुंदर टिप्पणियां !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-46939585542181792442012-10-29T22:06:15.518-07:002012-10-29T22:06:15.518-07:00रविकर जी की कुंडलियाँ पातीं नित विस्तार .
अस्स...रविकर जी की कुंडलियाँ पातीं नित विस्तार .<br /><br /> <br /><br />अस्सी घाट, शरद पूर्णिमा और चाँदनी की पदचाप<br />देवेन्द्र पाण्डेय <br />बेचैन आत्मा <br /><br /><br />अमृत वर्षा से हुई, श्वेत खीर अभिसिक्त ।<br />छक कर खाई है सुबह, उदर नहीं है रिक्त।<br />उदर नहीं है रिक्त, टेस्ट मधुमेह कराना ।<br />भले चित्र अवलोक, चित्त में इन्हें समाना ।<br />चित्रकार आभार, परिश्रम का फल पाओ ।<br />स्वस्थ रहे मन-बदन, और भी चित्र दिखाओ ।। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-16513135697180156572012-10-29T20:57:27.779-07:002012-10-29T20:57:27.779-07:00सुप्रिय रविकर जी !
कुछ कहना है /लिंक लिख्खाड पर ,...सुप्रिय रविकर जी !<br /><br />कुछ कहना है /लिंक लिख्खाड पर ,स्पैम की बन आय <br /><br />मुंह खोले गुर्राय, मूंछ्न्गड़ भैया जैसा ,<br /><br />कुछ तो करो उपाय .<br /><br />आदर एवं नेहा से -virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-52512288842787230792012-10-29T20:57:21.277-07:002012-10-29T20:57:21.277-07:00धरती धरती परबत परबत गाता जाए बंजारा ,
लेके दिल का...धरती धरती परबत परबत गाता जाए बंजारा ,<br /><br />लेके दिल का एक तारा .<br /><br />अपना अपना जीवन दर्शन है कोई क़ानून का फंडा खड़ा कर फंड खाता है और विदेश मंत्रालय हथिया लेता है कोई संतोष लिए बंजारा बन जाता है .बढ़िया प्रस्तुति .ये बंजारे तो एक पूरा पारितन्त्र साथ लिए चलते हैं ,कुत्ता ,और बैल गाडी ,और एक लालटेन ,लोहे के औज़ार और बस मोटी रोटी पर लालमिर्च लहसुन की चटनी . <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-91036790703228099002012-10-29T20:56:43.577-07:002012-10-29T20:56:43.577-07:00bahut acchi prastuti ..dhanyavad nd aabhar ....bahut acchi prastuti ..dhanyavad nd aabhar ....Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-48688125677914360772012-10-29T20:52:22.591-07:002012-10-29T20:52:22.591-07:00ओ बंजारे
Dr.NISHA MAHARANA
My Expression
जारा...ओ बंजारे<br />Dr.NISHA MAHARANA <br /> My Expression <br /><br /> जारा अपना तन बदन, जारी अपनी चाह ।<br />चला काफिला जा रहा, पकडे सीधी राह ।<br />पकडे सीधी राह, जिन्दगी हमें छली है ।<br /> काम क्रोध मद त्याग, लालसा बड़ी खली है ।<br />कला गीत संगीत, आपसी भाई चारा ।<br />धरती धरती परबत परबत गाता जाए बंजारा ,<br /><br />लेके दिल का एक तारा .<br /><br />अपना अपना जीवन दर्शन है कोई क़ानून का फंडा खड़ा कर फंड खाता है और विदेश मंत्रालय हथिया लेता है कोई संतोष लिए बंजारा बन जाता है .बढ़िया प्रस्तुति .ये बंजारे तो एक पूरा पारितन्त्र साथ लिए चलते हैं ,कुत्ता ,और बैल गाडी ,और एक लालटेन ,लोहे के औज़ार और बस मोटी रोटी पर लालमिर्च लहसुन की चटनी . <br /><br /><br />चीजे ये अनमोल, लिए गाये बंजारा ।। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com