tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post686588627136621250..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": एकाधिक से यौनकर्म, ड्रग करते इंजेक्ट --250 वीं पोस्ट : इस ब्लॉग कीरविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-64114847043033544082012-06-28T23:40:55.183-07:002012-06-28T23:40:55.183-07:00बहुत बढ़ियाबहुत बढ़ियासंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-74207827234449476832012-06-28T19:10:27.567-07:002012-06-28T19:10:27.567-07:00दिल्लगी यह दिल को लग गयीदिल्लगी यह दिल को लग गयीM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-88711693143251995112012-06-28T10:05:13.616-07:002012-06-28T10:05:13.616-07:00दिल नहीं है हवाई जहाज है
ये दिल्ल्गी के सरताज हैं ...दिल नहीं है हवाई जहाज है<br />ये दिल्ल्गी के सरताज हैं ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-72643602924165005852012-06-28T09:50:10.615-07:002012-06-28T09:50:10.615-07:00हमेशा की तरह आपकी दिल्लगी मनभावन है।हमेशा की तरह आपकी दिल्लगी मनभावन है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-66051526739684189882012-06-28T08:18:52.728-07:002012-06-28T08:18:52.728-07:00रूप निखारे वित्त-पति, रुपिया हो कमजोर ।
नोट धरे चे...रूप निखारे वित्त-पति, रुपिया हो कमजोर ।<br />नोट धरे चेहरे हरे, करें चोर न शोर ।<br /><br />भाई साहब रविकर जी दिनेश की दिल्लगी गुणवत्ता में ,मात्रात्मक्ता में लंबा सफर तय कर रही है .बधाई स्वीकार करें .एच आई वी परीक्षण दिवस पर आपकी सारगर्भित पंक्तियाँ पोस्ट के आमुख पर ध्यान खींच रहीं हैं राम राम भाई पर भी .शुक्रिया इस पोस्ट संश्लेषण के लिए .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-34403894208156980692012-06-28T01:47:38.103-07:002012-06-28T01:47:38.103-07:00रविकर जी ने दे दिया प्यार भरा प्रसाद |
धीर अधीर ह...रविकर जी ने दे दिया प्यार भरा प्रसाद |<br />धीर अधीर हो गया,मिली जो उनकी दाद ||<br /><br />मिली जो उनकी दाद,मै सपनों में खो गया |<br />जैसे किसी अनचाहे को भगवान मिल गया ||<br /><br />एक साल लिखते हुआ,काव्यान्जली में पोस्ट |<br />मुश्किल से मिलता कभी रविकर जैसा दोस्त ||धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-45173068321991175572012-06-27T23:44:09.551-07:002012-06-27T23:44:09.551-07:00बहुत ही बढियाबहुत ही बढियाvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-16658347686816191392012-06-27T22:48:43.449-07:002012-06-27T22:48:43.449-07:00वाह ... बहुत ही बढिया प्रस्तुति ... आभारवाह ... बहुत ही बढिया प्रस्तुति ... आभारसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-35847666566429096022012-06-27T22:17:31.349-07:002012-06-27T22:17:31.349-07:00बहुत सुन्दर कुण्डलियाँ रचते हैं आप!बहुत सुन्दर कुण्डलियाँ रचते हैं आप!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com