tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post7863169111856437197..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": रविकर थोथे चने सम, पौध उगी बिन जोत-रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-26858974748318319212012-11-14T00:11:17.111-08:002012-11-14T00:11:17.111-08:00
उमा शंकर जी ,जो दूसरे की ख़ुशी में ,दूसरे की श्...<br />उमा शंकर जी ,जो दूसरे की ख़ुशी में ,दूसरे की श्रेष्ठता से प्रभावित हो नांच नहीं सकता वह सचमुच बड़ा अभागा है .ये दोनों और आप <br /><br />भी <br /><br />ब्लॉग जगत के नगीने हैं .रविकर जी को अक्सर हमने भी रविकर दिनकर कहा है ,गिरधर की कुण्डलियाँ जब तब ताज़ा हुईं हैं रविकर <br /><br />जी <br /><br />को पढ़के एक माधुरी अरुण निगम जी के दोहों में कुंडलियों में एक खनक गजब की गेयता व्याप्त है जो विमुग्ध करती है पाठक को <br /><br />,तनाव भी कम करती है .दोहे तो अपनी छोटी सी काया में पूरा अर्थ विस्तार लिए होतें हैं जीवन का सार संगीत की खनक लिए होते हैं <br /><br />.सहमत आपसे जो भी लिखा है आपने .डर यही है विनम्रता में दोहरे होते रविकर जी इस अप्रत्याशित प्रशंसा को पचा भी पायेंगे .एक <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-20399223088762310582012-11-13T19:20:59.504-08:002012-11-13T19:20:59.504-08:00रविकर जी आश्चर्य है जीवन की तमाम व्यस्तताओं में आप...रविकर जी आश्चर्य है जीवन की तमाम व्यस्तताओं में आप इतना रचना-कर्म कैसे कर लेते हैं, आपकी प्रतिभा, विद्वता और लेखन कौशल को सादर नमन।<br />दीपोत्सव की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं स्वीकारें। निर्दोष 'कान्तेय'https://www.blogger.com/profile/12905557187487767716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-33028755091665053132012-11-13T18:40:36.228-08:002012-11-13T18:40:36.228-08:00
12 NOVEMBER, 2012
पॉलिटिकल यह शोहदे, पंहुचाते है...<br />12 NOVEMBER, 2012<br /><br />पॉलिटिकल यह शोहदे, पंहुचाते हैं ठेस -<br /> देह देहरी देहरे, दो, दो दिया जलाय-रविकर<br /> <br /> शुभकामनायें <br />दीपावली 2012<br /><br /><br /><br />है पच्चास करोड़ का, मानहानि का केस ।<br />पॉलिटिकल यह शोहदे, पंहुचाते हैं ठेस ।<br /><br />पंहुचाते हैं ठेस, बने दिग्गी आमोदी ।<br />जरा नहीं केजरी, बिचारी एक्ट्रेस रो दी।<br /><br />एक्टिंग की उस्ताद, नहीं क्या यहाँ होड़ की ?<br />गर्ल फ्रेंड की बात, वही पच्चास करोड़ की ।। <br /><br />बहुत बढ़िया सर इन राजनीति के विदूषकों का मजाक ही उड़ाया जा सकता है .हैं तो यह तेल लगे बैंगन .<br /><br /><br /><br /><br /><br />दीपक क्या कहते हैं .........<br /><br />दीवाली की रात प्रिये ! तुम इतने दीप जलाना<br />जितने कि मेरे भारत में , दीन - दु:खी रहते हैं |<br /><br />देर रात को शोर पटाखों का , जब कम हो जाए<br />कान लगाकर सुनना प्यारी, दीपक क्या कहते हैं |<br /><br />शायद कोई यह कह दे कि बिजली वाले युग में<br />माटी का तन लेकर अब हम जिंदा क्यों रहते हैं |<br /><br />कोई भी लेकर कपास नहीं , बँटते दिखता बाती<br />आधा - थोड़ा तेल मिला है ,दु;ख में हम दहते हैं |<br /><br />भाग हमारे लिखी अमावस,उनकी खातिर पूनम<br />इधर बन रहे महल दुमहले, उधर गाँव ढहते हैं |<br /><br />दीवाली की रात प्रिये ! तुम इतने दीप जलाना<br />जितने कि मेरे भारत में , दीन - दु:खी रहते हैं |<br /><br />निगम परिवार की और से सभी को<br />दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें <br />अरुण कुमार निगम<br />आदित्य नगर, दुर्ग (छत्तीसगढ़)<br />विजय नगर , जबलपुर (मध्य प्रदेश)<br /><br />ये काव्य दीप आभा मंडल इसका असीम ,<br /><br />अरुण निगम भी है निस्सीम .<br /><br /><br />रविकर थोथे चने सम, पौध उगी बिन जोत-<br /><br />क्या निवेदन करूँ ??आदरणीय प्रतुल जी !!<br />तुलसी हैं शशि सूर रवि, केशव खुद खद्योत ।<br />रविकर थोथे चने सम, झाड़ बढ़े बिन जोत ।<br /><br />झाड़ बढ़े बिन जोत, घना लगता है बजने ।<br />अजब झाड़-झंखाड़, भाव बिन लगे उपजने ।<br /><br />उर्वर पद-रज पाय, खाय मन-पादप हुलसी ।<br /> रविकर तो एकांश, शंखपति कविवर तुलसी ।।<br />शंख=100000000000<br />शंख के स्वर और <br />थोथे चने के स्वर में जमीं-आस्मां का अंतर है-<br /><br />उर्वर पद-रज=चरणों की धूल रूपी उर्वरक <br />बिन जोत=बिना जुताई किये / बिना ज्योति के <br /><br />रचना के शिखर होने की पहली शर्त है काव्य विनम्रता .रविकर इसमें बे -जोड़ है .ब्लॉग जगत के गिरधरvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-89792154878551990062012-11-13T04:12:12.894-08:002012-11-13T04:12:12.894-08:00सब बच्चों की किस्मत दमके ! ऐसी यह दीवाली चमके !!सब बच्चों की किस्मत दमके ! ऐसी यह दीवाली चमके !!देवदत्त प्रसूनhttps://www.blogger.com/profile/06275143755319297820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-51592066282204010922012-11-13T02:52:47.672-08:002012-11-13T02:52:47.672-08:00रविकर से इतना प्रकाश होने लगा है कि मस्तक पर अनाय...रविकर से इतना प्रकाश होने लगा है कि मस्तक पर अनायास आयी छोटी तनाव की लकीर भी उजागर हो जाती है। उससे कुछ छिपा नहीं। उसकी शुभकामना की शुभ्रता से मस्तक की लकीर के भीतर समाहित तनाव के सभी कारण विलीन हो जाते हैं। ये सोचकर बहुत गर्व होता है कि हमारे रविकर में कवित्व के साथ विद्वता और विनम्रता दोनों हैं। और कवित्व में वे तमाम गुण और भाव समाहित हैं जो मनुष्य को मनुष्य कहलाने योग्य ठहराते हैं। प्रेम, भक्ति, आदर, श्रद्धा, वात्सल्य मतलब प्रीति परिवार के सभी सदस्य इनके ह्रदय में वास करते हैं। नमन इनकी सदाशयता को।प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-19059283093971229692012-11-12T08:12:14.042-08:002012-11-12T08:12:14.042-08:00दीपावली शुभ हो! दीपावली शुभ हो! संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-63025457870067115372012-11-12T06:04:38.804-08:002012-11-12T06:04:38.804-08:00दीपावली पर शुभकामनाएं...दीपावली पर शुभकामनाएं...Ayaz ahmadhttps://www.blogger.com/profile/09126296717424072173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-86973488294063521232012-11-12T06:01:46.687-08:002012-11-12T06:01:46.687-08:00 दीपावली की हार्दिक शुभकामनाए... दीपावली की हार्दिक शुभकामनाए...Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-20575823525054877252012-11-12T05:59:42.527-08:002012-11-12T05:59:42.527-08:00सुन्दर प्रस्तुति!
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आपको दीपावली की हार्दिक शुभका...सुन्दर प्रस्तुति!<br />--<br />आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-58664494520159105672012-11-12T05:51:19.077-08:002012-11-12T05:51:19.077-08:00दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये,दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये,ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-23647736948945289912012-11-12T05:38:58.965-08:002012-11-12T05:38:58.965-08:00दीपोत्सव पर्व पर हार्दिक बधाई और शुभकामनायेंदीपोत्सव पर्व पर हार्दिक बधाई और शुभकामनायेंAlpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-88684937680620139192012-11-12T04:54:06.495-08:002012-11-12T04:54:06.495-08:00दीवाली का पर्व है, सबको बाँटों प्यार।
आतिशबाजी का ...दीवाली का पर्व है, सबको बाँटों प्यार।<br />आतिशबाजी का नहीं, ये पावन त्यौहार।। <br />लक्ष्मी और गणेश के, साथ शारदा होय।<br />उनका दुनिया में कभी, बाल न बाँका होय।।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com