tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post8184252688600330166..comments2023-11-26T00:36:15.978-08:00Comments on "लिंक-लिक्खाड़": जगह जगह विस्फोट, मारता खाली-मूली -रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-85909404490314759432013-02-26T09:03:19.344-08:002013-02-26T09:03:19.344-08:00ये सत्ता के मशीनी पुर्जे दर्द बढ़ाने जाते हैं या ...ये सत्ता के मशीनी पुर्जे दर्द बढ़ाने जाते हैं या कम करने .यदि दर्द कम ही करना है तो सूचना प्रोद्योगिकी के युग में दूर से ही कह दें -हमें अफ़सोस है आप हमारी निष्क्रियता से मारे गए .शायद आपकी इस स्वीकारोक्ति से रिश्तेदारों नातों का दर्द कुछ कम ज़रूर हो .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5430413835103305212.post-5190265697775500972013-02-26T04:30:50.527-08:002013-02-26T04:30:50.527-08:00दुनिया प्यार के साथ मिलजुल कर रहने की जगह है। सब प...दुनिया प्यार के साथ मिलजुल कर रहने की जगह है। सब परस्पर सहयोग के साथ रहें। इसी व्यवस्था के लिए राजनीति और शासन की व्यवस्था समाज में विकसित की गई लेकिन दुनिया में प्यार बांटने वालों के साथ नफ़रत फैलाने वाले लोग भी मौजूद है और ब्लॉग जगत भी ज़ाहिरी दुनिया का ही अक्स है। काश ये लोग जानते कि <br /><a href="http://blogkikhabren.blogspot.in/2012/11/blog-post_18.html" rel="nofollow"><b>सब एक परमेश्वर की रचना और एक मनु/आदम की संतान हैं</b></a>DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.com