सुना दो राग दरबारी हृदय आघात टल जाये।
अनिद्रा दूर हो जाए अगर तू भैरवी गाये।
हुआ सिरदर्द कुछ ज्यादा सुना दो राग भैरव तुम
मगर अवसाद में तो राग मधुवंती बहुत भाये।
विहागी राग गा लेना अगर वैराग्य आये तो।
अजी मल्हार गा लेना गरम ऋतु जो सताये तो।
जलाया राग दीपक से दिया संगीत कारों ने।
चलो शिवरंजनी गाओ अगर विद्या भुलाये तो।
ललित से अस्थमा थमता पुराने गीत कुछ गाओ।
हुआ कमजोर तन तो राग जयवंती सुना जाओ।
बढ़े एसीडिटी जब भी खमाजी राग भाता है
करें संगीत भी उपचार प्रिय नजदीक तो आओ।।