Sunday, 24 August 2014

तारा रानी फँस गईं, समझी लव जेहाद-

तारा रानी फँस गईं, समझी लव जेहाद । 
दिया मियाँ रंजीत ने, अंग-अंग में दाद । 

अंग-अंग में दाद, कहे इस्लाम कबूलो । 
समझो पढ़ो क़ुरान, हिन्दु गौ गंगा भूलो । 

कहे रकीबुल हसन, नाम अब तेरा सारा । 
धोखे का वह व्याह, टूट के गिरा सितारा ॥ 

13 comments:

  1. आश्चर्य की बात ये है कि तथाकथित धर्मनिरपेक्षता वादियों को फिर भी लव जेहाद का मतलब समझ में नहीं आता है एवं वे इसके होने को ही झूठलाते हैं . बहरहाल आपनी कुंडली लाजवाब है .

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  2. सटीक सार्थक और लाजवाब प्रस्तुति

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  3. पोल ढोल के खोल रहें है
    सीधी बानी बोल रहे है
    फर्जीवाड़ा करने वालों
    रविकर भाई बोल रहे है

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  4. देर से समझी ।
    सुंदर ।

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  5. अरे क्या बता है रविकर भाई .लानत है इन नालायकों पर यहीं खाते हैं यहीं गुर्राते हैं .बदमाशियां करते हैं हद दर्ज़े की और राहुल गांधी मंदिर जाने वालों, माँ बहिन का सम्बोधन करने वालों को लड़कियों के साथ अनाचार करने वाला बतलाते हैं .पूछा जाए इनसे ये रक़ीबुल हसन कौन हैं ?

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  6. बेहतरीन पंक्तियाँ है सटीक,
    लव जेहाद एक शर्मनाक घटना है जीतनी निंदा करे कम ही है !

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  7. लव जेहाद हिंदू समाज के खिलाफ इस्लामिक षड़यंत्र हैं, इसके प्रति अपने बच्चों को जागरूक करना आवश्यक है!
    धरती की गोद

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  8. आखिर क्या चाहता है आज का इंसान.
    धर्म क्या है---कम-से-कम हम जाने तो सही?
    शर्मनाक,दुखद,अब प्यार-व्यार की हवा भी जहरीली हो गई है.

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  9. अब प्यार के नाम पर भी छलावा।

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  10. अंग-अंग में दाद, कहे इस्लाम कबूलो ।
    समझो पढ़ो क़ुरान, हिन्दु गौ गंगा भूलो ।

    कहे रकीबुल हसन, नाम अब तेरा सारा ।
    धोखे का वह व्याह, टूट के गिरा सितारा ॥

    कबीरा आप ठगाइये और न ठगिए कोय ,

    आप ठगे सुख उपजे और ठगे दुःख होय .

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