(1)
1988 से कोई अप्ग्रेड़ेसन नहीं मिली, चिंता नहीं क्योंकि -
1988 से कोई अप्ग्रेड़ेसन नहीं मिली, चिंता नहीं क्योंकि -
उम्मीद अगर उन्नीस होगी,
ख़ुशी खुद-ब-खुद बीस होगी-
तीन-पांच करने से जनाब--
कुछ क्षोभ होगा बड़ी रीस होगी..
निष्ठां से निभाए जा फ़र्ज़,
ख़ुशी भरपूर नसीब होगी..
दूसरों की आमदनी मत देख
नहितो, जिंदगी अजीब होगी..
करता जा निष्काम कर्म,
अन्यथा दर्द होगा, टीस होगी
(2)
कुमार शिवा ने MNNIT से बी टेक कर TCIL ज्वाइन किया आज-कल आबुधाबी में पोस्टेड हैं.
मनु गुप्ता NIT दुर्गापुर से बी टेक कर TCSL ज्वाइन कर रही हैं. स्वस्ति बी टेक UP के गवर्नमेंट कालेज से कर रही है. अपने कैरिअर का गम भूल कर---
दिग-दिगंत बौराया खुश हूँ
मादक बसंत आया खुश हूँ
तोते सदा पुकारे खुश हूँ
पर मैना दुत्कारे, खुश हूँ
काली कोयल कूके खुश हूँ
लोग होलिका फूंके खुश हूँ
सरसों पीली फूली खुश हूँ
शीत बची मामूली खुश हूँ
भौरां मद्धिम गाये खुश हूँ
तितली मन बहलाए खुश हूँ
भाग्य हमारे जागे खुश हूँ
दुःख-दारिद्र, भागे खुश हूँ
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