(1)
भरते सियासत बोतलों में-काँच में
करते सियासत महफिलों में-नाच में
'अन्ना' असर सॉलिड सियासतदां सुन-
हो सके न अब सियासत जाँच में
(2)
दोस्ती थी बोतलों की, काँच से
उठते रहे परदे हमेशा साँच से
प्लास्टिक की बोतलें ढलने लगीं
दूर रहने लग पड़ी वो आँच से
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