रविकर की टिप्पणी
मूरी गाजर से कटे, बटे घटे भूखंड |
हमलावर देते जला, सहे "गो धरा" दंड |
सहे "गो धरा" दंड, सिक्ख सैनिक बन जाते |
मचता कत्ले आम, जिन्हें "चौरासी" खाते |
नर नरेन्द्र निर्दोष, बताये बैलट-जूरी |
पब्लिक का प्रतिकार, जंग रूकती तैमूरी ||
सटीक पंक्तियाँ !!
ReplyDeleteवाह...
ReplyDeleteबहुत खूब..!
लाजवाब!
सटीक और सच बात
ReplyDeleteआग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों
bahut khoob sir ji
ReplyDeleteबेहतरीन और लाजबाब,आभार आदरणीय.
ReplyDeleteबहुत खूब रविकर जी .
ReplyDeleteरी गाजर से कटे, बटे घटे भूखंड |
ReplyDeleteहमलावर देते जला, सहे "गो धरा" दंड |
सहे "गो धरा" दंड, सिक्ख सैनिक बन जाते |
मचता कत्ले आम, जिन्हें "चौरासी" खाते |
नर नरेन्द्र निर्दोष, बताये बैलट-जूरी |
पब्लिक का प्रतिकार, जंग रूकती तैमूरी ||
शानदार व्यंग्य विडंबन राजनीतिक विद्रूप पर .
बधाई सात किलोग्राम तौल घटाने पर .इसे भी ट्राई करें चीनी के स्थान पर न्यूट्री वेल्यु स्टीविया इस्तेमाल करें .(एस टी ई वी आई ऐ बोले तो स्टीविया ,कुदरती सूखी हुई पट्टियां हैं ये जो एक चुटकी डालनी हैं उबलते पानी में चाय बनाते वक्त चीनी के स्थान पर .यह औषधीय वनस्पति चीनी से २५ - ३० गुना ज्यादा मीठी है .
ReplyDeleteबढ़िया !
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