Thursday 4 October 2012

कैसे सहे विछोह, आत्मा यह निर्मोही-




...आंसू आ गए होंगे

रश्मि 

यूँ ही जाते लड़खड़ा, कदम चले जो दूर ।
कहते क्यूँ यह हड़बड़ा, आखिर क्यूँ मजबूर ।
आखिर क्यूँ मजबूर, हकीकत तुम भी जानो ।
गम उसको भरपूर, बात मानो ना मानो ।
कैसे सहे विछोह, आत्मा यह निर्मोही ।
समझ हृदय की पीर, करो ना बातें यूँ  ही ।।


"संगीत बदल जाते हैं" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')



बदले गीत-अगीत सब, बदल जाय संगीत ।
इक रचना बदले नहीं, भाव शून्य कुल रीत ।
भाव शून्य कुल रीत, खखोरे रचना रविकर
बदतमीज है चीज, सकल दुनिया से हटकर ।
हो बढ़िया श्रृंगार, बना दे वह वीभत्सी ।
सीढ़ी खुद को कहे, लोकप्रियता ले सस्ती  ।।



ओह!! तो ये बात है!??

 
कोयल मंत्री का मिले, अब इनको पदभार ।
बड़े घुटाले हैं किये, इन पर ही एतबार ।
इन पर ही एतबार, नया नव दिन ही रहता ।
भूल गए यह बात, पुराना सब दिन कहता ।
लेकिन मंत्री तेज, कोयला दूधे धोयल ।
बीबी मइके  भेज, ढूँढ़ता नइकी  कोयल ।।

पकौडी़

  उल्लूक टाईम्स
रोज जलेबी खा रहा, हो जाता मधुमेह |
इसीलिए दिखला रहा, आज पकौड़ी नेह |
आज पकौड़ी नेह, खूब चटकारे मारे |
लेता जम के खाय, रात बार बड़ा डकारे |
सके न चूरन फांक, जगह जो पूरी फुल है |
बैठा जाके शाख, यही तो इसका हल है ||

10 comments:

  1. वाह रविकर सर उम्दा दोहे रचे हैं बहुत-२ बधाई

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  2. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    मनमोहक हैं सभी कुण्डलियाँ रविकर जी!

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  3. ओह!! तो ये बात है!??
    Cartoon, Hindi Cartoon, Indian Cartoon, Cartoon on Indian Politcs: BAMULAHIJA

    कोयल मंत्री का मिले, अब इनको पदभार ।
    बड़े घुटाले हैं किये, इन पर ही एतबार ।
    इन पर ही एतबार, नया नव दिन ही रहता ।
    भूल गए यह बात, पुराना सब दिन कहता ।
    लेकिन मंत्री तेज, कोयला दूधे धोयल ।
    बीबी मइके भेज, ढूँढ़ता नइकी कोयल ।।
    फेसबुक पे हो रहा परकासी श्रीमान ,
    लोगों नित प्रति बढ़ रही प्रजातंत्र की सान(शान )

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  4. भाई साहब जो लोग व्यंजना और तंज से परिचित नहीं हैं वह यही कहेंगे जो श्रीप्रकाश जी जायसवाल ने कहा है वरना यह भी कह सकते थे -

    तू मैं ,(शादी से पहले )

    तूमैं ,(हो गई शादी )
    तू तू में में (शादी के बाद ).

    यानी स्वीट डिश कुछ ही दिन अच्छी लगती है शादी की फिर वही खटपट....

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  5. दोहे /कुंडलियों में अपनी टिप्पणी करने में आपकी विशेषज्ञता प्रभावित करती है !

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  6. दोहों और कुंडलियों में प्रतिक्रियाएं देने में आपका कोई सानी नहीं है बहुत बढ़िया प्रस्तुति हार्दिक आभार मेरी रचना पर अभिव्यक्ति देने के लिए

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  7. स्वादिष्ट लिंक्स
    बढिया

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  8. मेरे नए ब्लाग TV स्टेशन पर देखिए नया लेख
    http://tvstationlive.blogspot.in/2012/10/blog-post.html

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