Friday 30 September 2011

स्वतंत्र-दोहे

प्यार बढ़े मदहोश हों,  बेशक  औरत मर्द |
मदद दूसरा क्यों करे, बढ़ जाए  जब   दर्द ??


पंखो  को  फैला उड़ा , मिला   खुला  आकाश  |
जीवन-नौका  से  करूँ, खुद की खुदी तलाश ||

सब्जी फल खुब खाइए, सदा दोपहर शाम |
ठीक हाजमा रहेगा, सुबह-सुबह आराम ||

पैदल  चलने से  सरल,  नहीं है कोई योग |
सेहत की सेहत सही,  बने बचत का जोग ||

भोजन के दरम्यान तू, पानी पीना स्वल्प |
घरी बाद पी प्रेम से,  काया काया-कल्प ||


छोरे  के  सम्मुख  सदा, रहो  धीर गंभीर |
अगर छिछोरापन किया, छोरा देगा पीर ||

कुंडली
आज धृष्टता-दुष्टता, करती जय-जयकार |
खच्चर बनके शिष्टता, डूब रही मझधार |
डूब रही मझधार, दुष्ट-जन हुए दिविष्ठी |
लक्षण दिखे अरिष्ट, छीन कर खाए मिष्टी | 
रविकर कुंठा ग्रसित, जीतती यहाँ भ्रष्टता |
शिष्टता हुई कमजोर, बलवती आज धृष्टता || 
अरिष्ट लक्षण-मृत्य के लक्षण
दिविष्ठ - स्वर्ग में रहने वाला 

Thursday 29 September 2011

डिफरेंसेज पाटा |

 कागज़ परकाटा 
टू  जी  जो बांटा
गीला  सा  आटा 
करेजवा  फाटा

India's Finance Minister Pranab Mukherjee at an election rally in Bihar.
मैया   ने   डाटा 
 
दिखलाया चाटा 
सैर  न  सपाटा 
कर ले तू टाटा-- 
वापसी फटाका 
भूल गया घाटा 
डिफरेंसेज पाटा 
ज्वार न भांटा 
छाया सन्नाटा ||

Wednesday 28 September 2011

क्या चाहे नायिका ??

 नायिका उवाच-

पन-घट   पर का    घट-पना, 
परकाकर   के   खूब |
 
घरजाया  -  घोटक  -  घटक, 
डिंगल - डीतर  डूब ||
डिंगल=दूषित नीच अधम  
डीतर=पीछा करने वाला
परका=चस्का लगा 
घरजाया=घर का दास 
घोटक= घोड़ा
घटक=बिचौलिया, विवाह सम्बन्ध निश्चित कराने वाला |

चि त म्भ र म --

चित्त-विभ्रम
चितम्भरम ||
सत्ता-धर्म-
उलट-कर्म 
पर  बेशर्म 
राजा फर्म 
गिरवी मर्म
वित्त-विभ्रम |
चितम्भरम ||
खक्ख-शाह
देत पनाह
धनप्रवाह- 
जन-कराह 
वाह-वाह
दामा-शाह 
राजस-दम |
चितम्बरम ||

शोर चरम |
चितम्भरम |

Monday 26 September 2011

यार के झूठे दावे--

दावे   पुख्ता   यार   के,  वादे   तोड़े   खूब |
यादें  हमको  तोडती,   वादे   को   महबूब |

वादे  को  महबूब, नजर  में  भरी  हिकारत |
यादों   में   हम   डूब, चीखते  रहे  पुकारत |

जब रविकर भरमाय,  तड़पकर उसे बुलावे |
करे  क़त्ल  सौ  बार,  यार  के  झूठे   दावे |

Saturday 24 September 2011

फेस फेसबुक केस ||

भूंसा भेजा में  भरा, भेजा जो सन्देश |
परिषद् का सर्वेंट  तू,  बुक से झन्झट फेस |
In an unprecedented move, two government officials were suspended in Bihar for comments on social networking website Facebook.
The incident has caused an outrage among netizens and intellectuals.               Dr Musafir Prasad, who maintains a profile under the name Musafir Baitha, has been suspended from the Bihar Vidhan Parishad (Legislative Council).



बुक से झन्झट फेस, करे क्यूँ नियमोलंघन |
आलोचक-अंजाम,  झेल अब तू सस्पेंसन |

http://magnificentbihar.co.in/wp-content/uploads/2011/09/arun-narayan.jpg  young critic Arun Kumar (Arun Narayan).

फेस फेसबुक केस, लगा चेहरे पर घूंसा |
जबरदस्त यह ठेस, बेच अब चारा-भूंसा ||

Monday 19 September 2011

आज्ञा अनुमति सूचना, शिशु किशोर तरुणेश

(१)
बच्चा  आज्ञा  मांग के, खेल-खेलने जाय |
गोधुली के पूर्व ही,  वापस  घर  में  आय  ||
(२)
अनुमति ले करके गया,  एक मित्र के पास |
दो घंटे की लिमिट थी, किया चार से क्रास ||
 (३)
सहमति लेकर मैच की, रहा दिवस भर गोल |
थक कर लौटा तर-बतर, भूल समय का मोल ||
(४)
स्वमति मतीरा सी बढ़ी, लम्बी लम्बी बेल |
अभिमति-दुर्मति से शुरू, छोटे-मोटे खेल ||
(५)
शुरू सूचना से किया,  करतब का निर्वाह |
तेरह को आ जाइए, फलां जगह है व्याह ||
 (६)
आज्ञा अनुमति सूचना, शिशु किशोर तरुणेश |
 सम्बन्धों में शिथिलता, दिखते  भेद  विशेष ||



Friday 16 September 2011

अल्प एवं पूर्ण विराम के बिना --

सबसे बड़ी 
समस्या-
कांग्रेस 
बोले आतंकी 

भाजप जदयू 
बाम मोर्चा 
सी एम् के 
मन की 

महंगाई से 
पहले इससे 
अपनी 
जान बचा 

कई साल
से चालू इसकी 
कातिल 
नौटंकी 


बोलो कौन ?? मत रहो मौन ????

Wednesday 14 September 2011

चर्चा मंच की प्रस्तावना

(१)
अरे भुलक्कड़ आदमी, भूल महा-वरदान,
कुछ हफ़्तों में भूलता, गुजर गए व्यवधान |

गुजर गए व्यवधान,  भूलता  धूम-धड़ाका,
कत्लो-गारद खून, वफ़ा-रिश्ते-गम-फाका |

पर रविकर इतिहास, लगाता रहता लक्कड़,
टी.वी. एल्बम लेख, देख मत अरे भुलक्कड़ ||


(२)
लगे  भूलने  मुम्बई,  दिल्ली का विस्फोट |
अन्ना का अनशन अते, रामदेव  की  चोट |

रामदेव की चोट, खोट पुरकस सरकारी |
रथ-यात्रा से पोट, चोट देने की बारी |

मरियल नेता बूढ़, युवा जन लगे झूलने |  
भोले वोटर मूल, खता फिर लगे भूलने ||

Thursday 8 September 2011

सरकार को शायर की जरुरत-Apply On-Line

कायर  की  चेतावनी, बढ़िया  मिली  मिसाल,
कड़ी  सजा  दूंगा  उन्हें, करे  जमीं जो लाल |

करे  जमीं  जो लाल,  मिटायेंगे  हम  जड़ से,
संघी  पर  फिर  दोष,  लगा  देते हैं  तड़  से |

रटे - रटाये  शेर,  रखो  इक काबिल-शायर,
कम से कम हर बार, नयापन होगा कायर ||  

आदरणीय मदन शर्मा जी के कमेंट का हिस्सा साभार उद्धृत करना चाहूंगा -
अब बयानबाजी शुरू होगी-
प्रधानमंत्री ...... हम आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देंगे ...

दिग्गी ...... इस में आर एस एस का हाथ हो सकता है

चिदम्बरम ..... ऐसे छोटे मोटे धमाके होते रहते है..

राहुल बाबा ..... हर धमाके को रोका नही जा सकता...

आपको पता है कि दिल्ली पुलिस कहाँ थी?
अन्ना, बाबा रामदेव, केजरीवाल को नीचा दिखाने में ?????

Wednesday 7 September 2011

खून में लटपटाय

चहुँ-ओर हाय-हाय,  हाथ-पैर खोय-खाय
खून में लटपटाय, मरा  या  बेहोश है |



 
है 
नहीं  काहू से डरत, बम-विस्फोट करत,
बेकसूर ही मरत,  करे  जय-घोष  है |

टका-टका बिकाय के, ब्रेन-वाश कराय के,
आका बरगलाय के, रहा  उसे  पोस है |

पब्लिक पूरी पस्त है, सत्ता अस्त-व्यस्त है
सरपरस्त मस्त है, मौत का आगोश है ||

Tuesday 6 September 2011

लक्ष्मण रेखा Posted by संगीता स्वरुप ( गीत ) : मेरी टिप्पणी

File:Ravi Varma-Ravana Sita Jathayu.jpg
लक्ष्मण रेखा लाँघती, खतरे से अनजान |
बीस निगाहें घूरती, रावण साधु समान |

रावण साधु समान, नहीं खर-तृण से डरता |
नहीं मृत्यु का खौफ, हबस बस पूरी करता |

सीता रहो सचेत, ताक में रावण प्रतिक्षण |
खींचो खुद से रेख, रेख क्यूँ खींचे लक्ष्मण ||

इसको  भी  क्लिक  कर  दें ---बेचारा 
मुलायम सी लक्ष्मण-रेखा लांघ बैठा  

अमर दोहे

Sunday 4 September 2011

कहता क्रिकेट बोर्ड, गधे ऐसे ही मारो

चारो   पैरों    के   तले,   गुम्मे   रक्खो  चार, 
क्रिकेट किट पर किट धरो, करे नहीं इनकार |



करे   नहीं   इनकार, चूर   गुम्मा   हो  जाए,
हुई  इन्तिहा  जान,  होय  घायल  तड़पाए  |



http://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/7/7b/Donkey_1_arp_750px.jpg
कहता   क्रिकेट   बोर्ड,  गधे   ऐसे  ही  मारो,
चाहे  थू-थू   करें,  दिशाएँ   हम   पर   चारो ||

Saturday 3 September 2011

पर तिहाड़ के कई, अभी भी खाली पन्ना

अन्ना को घेरन लगे, मंत्री-पुलिस-दलाल,
भूषण द्वय के साथ में., किरण-केजरीवाल |

किरण - केजरीवाल,  उजाड़ा  बाबा  टीला,
है अन्ना पर चार्ज, किया उत्पात कबीला |

पर तिहाड़  के कई, अभी भी खाली पन्ना |
सबको अन्दर भेज,  तभी  बैठेगा  अन्ना ||

Thursday 1 September 2011

गधे कुछ लाया भारत


वीक फील्डिंग देखता, जब नासिर-मद्रास  |
सीधे-साधे शब्द में, निकले  स्वयं  भड़ास |



इधर मीडिया व्यर्थ, मचाता  जाए हल्ला |
करे कमाई बोर्ड , झाड़कर इससे पल्ला ||
http://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/7/7b/Donkey_1_arp_750px.jpghttp://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/7/7b/Donkey_1_arp_750px.jpg
File:Cricket fielding positions2.svghttp://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/7/7b/Donkey_1_arp_750px.jpghttp://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/7/7b/Donkey_1_arp_750px.jpg