Monday, 14 November 2016
त्याग लोभ धर धैर्य, मान रविकर रख लेना
देना है तो दान दो, लेना है तो ज्ञान।
अगर निगलना ही पड़े, निगलो निज अपमान।
निगलो निज अपमान, चलो गम खाना सीखो।
पीना सीखो क्रोध, नहीं बेमतलब चीखो।
त्याग लोभ धर धैर्य, मान रविकर रख लेना।
कर लेना यश प्राप्त, फेंक मद ईर्ष्या देना ।।
2 comments:
सुशील कुमार जोशी
15 November 2016 at 05:11
वाह।
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Vocal Baba
27 November 2016 at 01:07
वाह वाह..
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वाह।
ReplyDeleteवाह वाह..
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