Tuesday 5 February 2013

बैंड बजा देगी खबर, असर प्रभावी होय -






 पाता गुरु-गृह में सदा, दूजा जन्म मनुष्य |
देते विद्या बुद्धि बल, गुरुवर के गुरु *तुष्य |
गुरुवर के गुरु *तुष्य , बदल देते तिथि वासर |
पाकर नव उपहार, हार ना होती रविकर |
गुरुजन का वह स्नेह, सदा ही राह दिखाता |
कच्चा घट पक जाय, सही आकृति तब पाता ||
*शंकर 



SM 

बैंड बजा देगी खबर, असर प्रभावी होय |
नई पीढ़ियाँ तोड़ के, देंगी धर्म बिलोय |

देंगी धर्म बिलोय , अगर ऐसा ही होता |
आजादी ले छीन, पुरानी पद्धति ढोता |

करिए क्रमिक सुधार, राय अपनी दे जाओ |
लेकिन हरगिज नहीं, जोर अपना अजमाओ |




  Aruna Kapoor  


 विधिना लिखकर सो गए, अपने अतुल विधान |
सरेआम अदना अकल, डाले नए निशान |
डाले नए निशान, शान से कविता रचते |
उद्वेलित हो हृदय, तहलके जमके मचते |
स्वान्त: लिखूं सुखाय, जानता रविकर इतना |
पुरस्कार जो पाय, आय हमको वह विधि- ना ||


रविकर गुजरा माह, आज बोला "तो-गरिया"-

बढ़िया था ना  बोलता, अपनी चुप्पी तोड़ ।
ओ-वेशी ही कर रहा, बेमतलब की होड़ ।

बेमतलब की होड़, नहीं अब यूँ बहकाना ।
माना वह है मूर्ख, तुम्हें भी कहे जमाना ।

रविकर गुजरा माह, आज बोला "तो-गरिया" ।
रहा देखता राह, किन्तु चुप्पी थी बढ़िया ।।
  पुरानी -कुण्डली
ओ-वेशी मत बकबका, मुहाजिरों को देख |
सर्वाइव कैसे करें, शिया मियां कुल शेख |

शिया मियां कुल शेख, पाक की हालत बदतर |
इत मुस्लिम खुशहाल, किसी से हैं क्या कमतर

विश्लेषण अनुसार, हिन्दु है बड़ा हितैषी  |
बाप चुके थे बाट, बाट मत अब ओ बेशी ||

हास्य-व्यंग्य दोहे

Ambarish Srivastava 

बेल बेल के पत्र से, शिव की पूजा होय |
बेलन से पति-*पारवत, पारवती दे धोय ||

पारवत=कबूतर

ये ख्याल अच्छा है !

पी.सी.गोदियाल "परचेत" 

बड़े तराशे शब्द हैं, सुन्दर भाव तलाश |
जब पलाश खिलते मिलें, हो बसंत उल्लास ||

6 comments:

  1. आदरणीय गुरुदेव श्री बेहद सुन्दर कुण्डलिया रची हैं सादर बधाई स्वीकारें.

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  2. बेहतरीन लिंक्‍स का संयोजन किया है आपने ...
    आभार

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  3. बढ़िया लिनक्स ...........

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  4. आप ही शब्दों में कहूँगा रविकर जी!
    बड़े तराशे शब्द हैं, सुन्दर भाव तलाश |
    जब पलाश खिलते मिलें, हो बसंत उल्लास ||
    --
    बहुत सुन्दर टिप्पणियाँ!
    आभार!

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  5. बैंड बजा देगी खबर, असर प्रभावी होय |
    नई पीढ़ियाँ तोड़ के, देंगी धर्म बिलोय |

    देंगी धर्म बिलोय , अगर ऐसा ही होता |
    आजादी ले छीन, पुरानी पद्धति ढोता |

    करिए क्रमिक सुधार, राय अपनी दे जाओ |
    लेकिन हरगिज नहीं, जोर अपना अजमाओ |

    बहुत सुन्दर है .

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  6. बैंड बजा देगी खबर, असर प्रभावी होय |
    नई पीढ़ियाँ तोड़ के, देंगी धर्म बिलोय |

    देंगी धर्म बिलोय , अगर ऐसा ही होता |
    आजादी ले छीन, पुरानी पद्धति ढोता |

    करिए क्रमिक सुधार, राय अपनी दे जाओ |
    लेकिन हरगिज नहीं, जोर अपना अजमाओ |

    Is J&K a part of Indai i.e Bharat ?Where is Congress Prince on this issue who combines and integrates the youth .

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