खरी खरी कह हर घरी, खूब जमाया धाक |
अपना मतलब गाँठ के, किया कलेजा चाक |
किया कलेजा चाक, देश भर में अब घूमे |
दिल्ली दिखी अवाक, आप मस्ती में झूमे |
डाल गए मझधार, धोय साबुन से कथरी |
मत मतलब मतवार, महज कर रहे मसखरी ||
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हमारे महानगरों में कूड़ा कचरा एक भयावह समस्या …
Suman
चरावरी रविकर करे, हरदिन व्यर्थ प्रलाप | कवि खातिर वरदान ही, पाठक खातिर शाप | पाठक खातिर शाप, कीजिये खातिरदारी | कूड़ा-कचरा साफ़, नहीं फैले बीमारी | लेकिन कई कमाँय, मात्र है एक आसरा | पाएं नियमित आय, फेंकते हम जो कचरा- |
लूलू लूला लचर लॉ, रहा लबलबा प्रांत
तिल तिल कर कातिल मरे, बचे नहीं दुर्दांत |
लूलू लूला लचर लॉ, रहा लबलबा प्रांत |
रहा लबलबा प्रांत, हमारे मारे पी एम् |
वोट बैंक पॉलिटिक्स, करे जय ललिता सी एम् |
ढोल-ढोल में पोल, हँसे आतंकी खिल खिल |
देख पोल आसन्न, हुवे खुश तीनों कातिल ||,
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कौआ लाय सुराज, सफल कोयल मन्सूबे-
कौआ कोयल बाज में, होड़ मची है आज |
कोयल के अंडे पले, कौआ लाय सुराज |
कौआ लाय सुराज, सफल कोयल मन्सूबे |
हर सूबे में खेल, घोसला साला डूबे |
बाज आय नहिं बाज, आज भी इसका हौवा |
बहुमत कैसे पाय, उधर कौआता कौआ ||
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आ० बढ़िया प्रस्तुति , धन्यवाद
ReplyDeleteinformation and solutions in Hindi
हरी पट्टी एक खड़ी दिख रही है
ReplyDeleteलिखे हुऐ के ऊपर चढ़ रही है :)
या मेरे कमप्यूटर में ही ये कर रही है कृपया बतायें नहीं तो हटायें तभी कुछ पढ़ा जाये !
ReplyDeleteपट्टी नहीं हट रही है-
Deleteसम्बंधित शीर्षक को क्लिक करें -कुंडलियों का ब्लॉग खुल जायेगा-
सादर