बहुत खूब !
वाह !क्या बात है -भैया भ्रष्टाचार भी, भद्रकार भरपूर |वाँछित करे विकास यह, मुँह में मियाँ मसूर |मुँह में मियाँ मसूर, कर्मरत कई आलसी | देश-काल गतिमान, बदलना नहीं पॉलिसी |रविकर भकुआ एक, "आप" की लेत बलैया |रहा जमाना देख, दाग भी अच्छे भैया ॥ अति सुन्दर अर्थगर्भित रूपक आज की आवाज़ लिए
bade dag bade diggaj ..sundar rachna ...
देश-काल गतिमान, बदलना नहीं पॉलिसी |भैया जब इसी में फायदा है सब मस्त हैं तो क्यों लाएं ये बदलाव सुन्दर भ्रमर ५
और क्या...१
बहुत सुंदर ...!RECENTPOST- आँसुओं की कीमत.
सब को इस में आनंद आ रहा हो तो भला ये परिवर्तन की क्यों सोचें
बहुत खूब !
ReplyDeleteवाह !क्या बात है -
ReplyDeleteभैया भ्रष्टाचार भी, भद्रकार भरपूर |
वाँछित करे विकास यह, मुँह में मियाँ मसूर |
मुँह में मियाँ मसूर, कर्मरत कई आलसी |
देश-काल गतिमान, बदलना नहीं पॉलिसी |
रविकर भकुआ एक, "आप" की लेत बलैया |
रहा जमाना देख, दाग भी अच्छे भैया ॥ अति सुन्दर अर्थगर्भित रूपक आज की आवाज़ लिए
bade dag bade diggaj ..sundar rachna ...
ReplyDeleteदेश-काल गतिमान, बदलना नहीं पॉलिसी |
ReplyDeleteभैया जब इसी में फायदा है सब मस्त हैं तो क्यों लाएं ये बदलाव
सुन्दर
भ्रमर ५
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ReplyDeleteबहुत सुंदर ...!
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सब को इस में आनंद आ रहा हो तो भला ये परिवर्तन की क्यों सोचें
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