सुन्दर रचना ...
टालते सारे सवालदीखते हाज़िर जवाब |भेंट करते हैं गेहूं -छुपा जाते हैं गुलाब |क्या खूब कही.
भई वाह!छुपे रुस्तम हैं आपयही तो लब्बो-लुआब
भेंट करतें हैं गेंहू ,छिपा जातें हैं गुलाब (ऐसे हैं ये नवाब ).अच्छा व्यंग्य .
छुपे रुस्तम हैं आपyou write beautiful poems
सुन्दर रचना ...
ReplyDeleteटालते सारे सवाल
ReplyDeleteदीखते हाज़िर जवाब |
भेंट करते हैं गेहूं -
छुपा जाते हैं गुलाब |
क्या खूब कही.
भई वाह!
ReplyDeleteछुपे रुस्तम हैं आप
यही तो लब्बो-लुआब
भेंट करतें हैं गेंहू ,छिपा जातें हैं गुलाब (ऐसे हैं ये नवाब ).अच्छा व्यंग्य .
ReplyDeleteछुपे रुस्तम हैं आप
ReplyDeleteyou write beautiful poems