नैनी नैनीताल का, पढ़ सुन्दर वृतान्त ।
जीप भुवाली से चली, सफ़र खुशनुमा शाँत ।
सफ़र खुशनुमा शाँत, खाय फल आडू जैसा ।
कहिये किन्तु हिसाब, खर्च कर कितना पैसा ?
छत पर देखा पेड़, निगाहें बेहद पैनी ।
वाह जाट की ऐड़, अकेले घूमा नैनी ।।
राहुल आइसक्रीम लें, दिग्गी लें कोकीन |
इस अवसादी घडी में, जल बिन तडपे मीन |
जल बिन तडपे मीन, छीन कर सपने भागा |
लाओ एक जहीन, कराये योगा- यागा |
कर ले योग विषाद, राम-लीला गर खाली |
लागे फिर से शिविर, भेजिए झट पड़ताली ||
इस अवसादी घडी में, जल बिन तडपे मीन |
जल बिन तडपे मीन, छीन कर सपने भागा |
लाओ एक जहीन, कराये योगा- यागा |
कर ले योग विषाद, राम-लीला गर खाली |
लागे फिर से शिविर, भेजिए झट पड़ताली ||
खुशियों का स्वागत करो, जी-भर जी भरपूर ।
गाँठ बाँध रख न सकें, समय देव अति-क्रूर ।।
गाँठ बाँध रख न सकें, समय देव अति-क्रूर ।।
अभिलाषा मन की अभी, करना चाहें पूर ।
मुझमें देखें कैरिअर, आस किरण इक दूर ।
आस किरण इक दूर, करूँगा पूरी इच्छा ।
कठिन परिश्रम कर, करूँ उत्तीर्ण परीक्षा ।
लेकिन गलती पर, करें न आप तमाशा ।
बचपन में क्या आप, किये ना यह अभिलाषा ।।
उच्चारण
उच्चारण
फूल हँसे कलियाँ मुस्काई, कविवर हँसना न आया ।
शब्द हृदय के गीत मिलन के, होंठ पे बसना न आया ।
कोरे कागज़ काले अक्षर, लिखना पढना न आया ।
लेना देना सीख सका न, तुम बिन बढ़ना न आया ।।
दिनेश की टिप्पणी : आपका लिंक
dineshkidillagi.blogspot.com
राहुल आइसक्रीम लें, दिग्गी लें कोकीन |
ReplyDeleteइस अवसादी घडी में, जल बिन तडपे मीन |
बढ़िया टिप्पणियां
सादर.
बहुत सुंदर प्रस्तुति.......
ReplyDeleteMY RESENT POST ...काव्यान्जलि ...:बसंती रंग छा गया,...
अच्छी प्रस्तुति |
ReplyDeleteआशा
are waah dil kush ho gaya.
ReplyDeleteअच्छी प्रस्तुति |
ReplyDeleteबहुत ही बेहतरीन और प्रशंसनीय प्रस्तुति....
ReplyDeleteशुभकामनाएँ
bigad jayegi ab dekhiye un sabhi ki sehat,
ReplyDeletejinhe nahi dikhti rahul ji ki mehnat.
WAIT N WATCH.