Thursday, 2 January 2014

आगे पीछे सिरफिरे, फिरे नहीं इस बार-


फूली फूली फिर फिरे, धनिया बीच बजार । 
आगे पीछे सिरफिरे, फिरे नहीं इस बार । 

फिरे नहीं इस बार, धार कानूनी तीखी । 
लें व्यवहार सुधार, सोच भी साधु सरीखी। 

रविकर रहे सचेत, करे ना हुक्म-उदूली। 
कई धुरंधर खेत, देखकर धनिया फूली ॥ 

4 comments:

  1. बहुत सुंदर प्रस्तुति...!
    नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाए...!
    RECENT POST -: नये साल का पहला दिन.

    ReplyDelete
  2. बहुत बढ़िया !
    नया वर्ष २०१४ मंगलमय हो |सुख ,शांति ,स्वास्थ्यकर हो |कल्याणकारी हो |
    नई पोस्ट विचित्र प्रकृति
    नई पोस्ट नया वर्ष !

    ReplyDelete
  3. सुन्दर प्रस्तुति नया साल आपको और आपके परिवार को भी मुबारक फलें फूलें लिखें इसी तरह आप .

    ReplyDelete