Friday, 2 August 2013

सत्ता करे खराब, मुलायम उर्वर माटी-

घीसू-माधौ आज़ तक ज़िंदा हैं लुटते पिटते

noreply@blogger.com (Girish Billore) 

दादू दीदा दमकते, दंद-फंद उस्ताद |
मुँह-देखी बातें करे, दल बल सबका याद |

दल बल सबका याद, दुकनदारी हो भारी |
घीसू मोदी भक्त, चुका दे अधिक उधारी |

राजनीति का खेल, करे पब्लिक पर जादू |
लुटे पिटे हम लोग, कमाई करता दादू | 

"रक्त दान-महादान" (कार्टूननिस्ट-मयंक)


रूपचन्द्र शास्त्री मयंक  


 हुवा सहृदय ड्रेकुला, रक्त कोष ले खोल |
खोल पहन चोला बदल, मीठे मीठे बोल |

मीठे मीठे बोल, पटाता जाय आदमी |
काली पूजा आज, आज है दुर्गा नवमी |

पिए पिलाए रोज, ड्रेकुला बना पहरूवा |
मिले रक्त जब दान, नहीं पीता वह महुवा  ||


  ZEAL 

 ZEAL
माटी का सौदा करें, लाठी का उस्ताद |
गोरख-धंधे रात-दिन, हुआ जिन्न आजाद |
हुआ जिन्न आजाद, कहीं यह रेप कराये  |
कहीं गिरे दीवाल, कहीं सस्पेंशन लाये |
हो जाते हैं क़त्ल, माफिया खाटी भाटी |
सत्ता करे खराब, मुलायम उर्वर माटी |

इस भ्रष्टाचार और अपराध पोषित व्यवस्था को बदलनें का रास्ता आखिर क्या है !!


पूरण खण्डेलवाल 


हिस्ट्री शीटर हैं भरे, एक तिहाई हाय |
संसद की गरिमा गिरी, पर नेता मुसकाय |


पर नेता मुसकाय, दिखाए सबको ठेंगा |
ले चुनाव में भाग, करे जन-गन मन-रेगा  |


केस साल दर साल, सुलझ ना पाए मिस्ट्री |
बदल रहा भूगोल, बदल ले अपनी हिस्ट्री ||

मरता रोज भविष्य, समस्या दारुण दाही-

बच्चों पर आफत बड़ी, कहीं खाय के मौत |
पानी पी मरते कहीं, दुर्घटना दें न्यौत |


दुर्घटना दे न्यौत, हमारी लापरवाही |
मरता रोज भविष्य, समस्या दारुण दाही |


निर्वाहन कर्तव्य, ध्यान से चच्ची चच्चों |
जोखिम को पहचान,  चेतना होगा बच्चों |

10 school children killed in accident in Hanumangarh

11 students fall ill after drinking water during midday meal



 खबर-जबाब !
पी.सी.गोदियाल "परचेत" 

 अंधड़ !

 जूती जूता खाय के, जन मन जीव अघाय |
महँगाई का बोझ भी, उठा उठा मुसकाय |
उठा उठा मुसकाय, शिकायत वह ना जाने  |
मंदिर मस्जिद जाय, बहाने अश्रु बहाने |
कारिन्दे हुशियार, बोलती उनकी तूती |
राजा ही भगवान्,  खाइये जूता जूती |


अंधड़ !

बड़े पालतू जीव हैं, कैसे होगा हैक |
पासवर्ड दे बदल झट, जैसे मोहन मैक |
जैसे मोहन मैक, चिदम्बर चीकू कर दे |
मैडम दस का दम्भ, कहाँ से कोई डर दे |
पास-वर्ड भरमार, बात मत करो फ़ालतू |
पूरा भरा *मकार, आज भी बड़े पालतू ||

* M

FIRST BLOG ! Yes I M Modi's Supporter !


ARUNIMA 





मोदी महिमा मुदित-मन, माने देश  प्रभाव |
सोच चमत्कृत कर गई, समयोचित बरताव |


समयोचित बरताव, खूब मोदी जी बोले |
पर दुश्मन के दाँव, नाव खाए हिचकोले |


दिखते कई मकार, मची है गहमी-गहिमा |
चट्टे बट्टे एक,  मिटाते मोदी महिमा ||
*Minority
*Muthuvel-Karunanidhi
*Mulaayam
*Maayaa
*Mamta 
*Mobile 



4 comments:

  1. अतिसुन्दर !बहुत-बहुत आभार , रविकर जी !

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  2. सुन्दर और सटिक लिखा है !!
    सादर आभार !!

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  3. बहुत बढ़िया प्रस्तुति ..

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