कारें चलती रोड पर, कुत्ता गया दबाय ।
बस में बस अफ़सोस ही, क्या है अन्य उपाय ।
क्या है अन्य उपाय, पाय क्षतिपूर्ति बराबर ।
चालक आगे जाय,टाल कर वहीँ कुअवसर ।
जान बूझ कर आप, नहीं ना कुत्ता मारें ।
मिला यही अभिशाप, चलें यूँ ही सर-कारें ॥
जान बूझ कर आप, नहीं ना कुत्ता मारें ।
ReplyDeleteमिला यही अभिशाप,चलें यूँ ही सर-कारें ॥
वाह !!! बहुत सुंदर ,
वाह . बहुत सुंदर ,
ReplyDeleteकारें शब्द का बेहतरीन शब्द प्रयोग बहुअर्थक कुत्ते हैं कुत्ताई सरकार के .कारें चलती रोड पर, कुत्ता गया दबाय ।
ReplyDeleteबस में बस अफ़सोस ही, क्या है अन्य उपाय ।
क्या है अन्य उपाय, पाय क्षतिपूर्ति बराबर ।
चालक आगे जाय,टाल कर वहीँ कुअवसर ।
जान बूझ कर आप, नहीं ना कुत्ता मारें ।
मिला यही अभिशाप, चलें यूँ ही सर-कारें ॥
Posted by रविकर at 04:43
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज शनिवार (13-07-2013) को समय की कमी ने मार डाला में "मयंक का कोना" पर भी है!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
सर-कारो की चाल ही ऐसी !
ReplyDeleteअच्छा लगा।
ReplyDelete