निर्मम दुनियाँ से सदा , चाहा था वैराग्य
पत्थर सहराने लगा , हँसकर अपना भाग्य हँस कर अपना भाग्य , समुंदर की गहराई नीरव बिल्कुल शांत, अहा कितनी सुखदाई दिन में है आराम ,रात हर इक है पूनम सागर कितना शांत , और दुनियाँ है निर्मम ||
---अरुण कुमार निगम
गहराई सागर लिए, बड़वानल विक्षोभ |
कभी छोड़ पाया नहीं, सूर्य चन्द्र का लोभ | सूर्य चन्द्र का लोभ, गर्म ठंढी धाराएं | यदा कदा तूफ़ान, सुनामी धरती खाएं | पत्थर दिल नादान, हुआ है तू तो बहरा | सागर दिखे महान, राज इसमें है गहरा ||
---रविकर
|
विहान के जन्मदिन पर
Kailash Sharma
जीवन में खुशियाँ सदा, बाँटो पाओ ढेर | स्वास्थ्य बुद्धि शुभ शक्ति पा, फैला धवल उजेर || |
हमें अपने भारतीय होने पर गर्व है !प्रतिभा सक्सेना
लालित्यम्
हरदम हद हम फांदते, कब्र पुरानी खोद सामूहिक धिक् धिक् कहें, सामूहिक सामोद सामूहिक सामोद, गोद में जिसकी खेले जीव रहे झट बेंच, बिना दो पापड बेले केवल भोग विलास, लाश का निकले दमखम बनते रहे लबार, स्वार्थमय जीवन हरदम |
कार्टून कुछ बोलता है - इसने तो घास भी नहीं डाली !ओबामा वह अहमियत, नहीं दे रहा आज | नहीं तवज्जो मिले जब, हो रज्जो नाराज | हो रज्जो नाराज, सांसद चिट्ठी लिखते | इन्हें काम ना काज, करोड़ों में पर बिकते | ओबामा से अधिक, अहमियत दे ओसामा | दिग्गी को अफ़सोस, मारता क्यूँ ओबामा || |
SACCHAI
सकते में है जिंदगी, दो सौ रहे कमाय |
कुल छह जन घर में बसे, लाल कार्ड छिन जाय |
लाल कार्ड छिन जाय, खाय के मिड डे भोजन -
गुजर बसर कर रहे, कमे पर कल ही दो जन |
अब केवल हम चार, दाल रोटी नित छकते |
तब हम भला गरीब, बोल कैसे हो सकते || |
जाँघो पर लिखने लगा, विज्ञापन जापान |
स्लीब-लेस ड्रेस रोकता, पर यह हिन्दुस्तान |
पर यह हिन्दुस्तान, खबर इंदौर बनाए |
कन्याएं जापान, हजारों येन कमायें |
बिना आर्थिक लाभ, कभी तो सीमा लाँघो |
डायरेक्टर धिक्कार, जियो जापानी जाँघो |
|
Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून
झापड़ पाँच रसीद कर, कर मसूद को माफ़ |
हिले तराजू राज का, बालीवुड इन्साफ | बालीवुड इन्साफ, रुपैया बारह ले ले | ओढ़े बब्बर खाल, गधे को पब्लिक झेले | करते जद्दो-जहद , बेलना पड़ता पापड़ | आ जाती तब अक्ल, पेट भरता ना झापड़ || |
सुंदर संकलन !
ReplyDeleteकार्टून को भी सम्मिलित करने के लिए आभार रविकर जी
ReplyDeleteबहुत सुन्दर...आभार
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर रचनाएँ
ReplyDeleteधन्यवाद स्वीकार करें ...