घटना करते थे कहीं, शरण यहाँ पर पाय |
भटकल क्या पकड़ा गया, जाती बुद्धि नशाय |
जाती बुद्धि नशाय, हिरन झाड़ी खा जाए |
मारे तीर नितीश, नजर तू जैसे आये |
बोध गया विस्फोट, व्यर्थ दहलाया पटना |
रे आतंकी मूर्ख, आत्मघाती ये घटना ||
बोले थे जो जनार्दन, दिखे वही छल छंद ।
शहजादे कहना नहीं, करूँ अन्यथा बंद ।
करूँ अन्यथा बंद, लगेंगे दो दिन केवल।
आइ यस आई लिंक, बना लेता क्या सम्बल ।
हो पटने में ब्लास्ट, जहर मानव-बम घोले ।
पर बच जाता मंच, पुन: मोदी यह बोले ॥
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मोदी की रैली से पहले पटना में सीरियल ब्लास्ट, 8 धमाकों में 5 की मौत
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प्रधानमंत्री ने की पटना विस्फोट की निंदा, शांति बनाये रखने की अपील.
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परंपरा --
Indu Kalkhande
चालू म्यूजिक लॉन्च पर, रैली करते बंद |
आतंकी उद्देश्य सा, बकते मंत्री चन्द |
बकते मंत्री चन्द, अगर भगदड़ मच जाती |
मरते कई हजार, भीड़ भी फिर गुस्साती |
तोड़ फोड़ धिक्कार, हँसे आतंकी-खालू |
यह कैसा व्यवहार, मंत्रि-परिषद् अति चालू ||
Vikesh Badolaसीधे जाना काम पर, घर आना चुपचाप |देरी होती है अगर, जाय कलेजा काँप | जाय कलेजा काँप, देवता सभी मनाऊँ | अति-चिंतित माँ बाप, लौट कर जब तक आऊँ | बचपन से दी सीख, कहीं काँटा जो बीधे | कर के उसे प्रणाम, लौट घर आना सीधे || पैरो के नीचे कही, चीटी भी गर आय | उसे बचाकर निकलिए, पैर नहीं पड़ जाय | पैर नहीं पड़ जाय, जीव को नहीं सताओ | जो भूखे असहाय, उन्हें रोटियां खिलाओ | धर्म भीरु बन जाय, हिन्दु क्या छुरी भोंके | खुद को किन्तु बचाय, स्व्यं को चुप्पै रोके || |
हुई सभा सम्पन्न, सभा के धन्य प्रणेता -अंदेशा बिलकुल नहीं, पर दुर्घटना होय | सी एम् ने जो भी कहा, गया करेज करोय | गया करेज करोय, वाह रे साबिर अनवर | दिग्गी की क्या बात, सत्यब्रत धमकी देकर | शहजादे मत बोल, खुला देता संदेसा | दो दिन में हो बंद, होय रविकर अंदेशा || |
जबर्दस्त संयोजन शानदार लिंको से सजी पोस्ट शुक्रिया रवि साहब
ReplyDeleteसुन्दर रचनाओं को पुष्प गुच्छ
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