रामायण छोड, भागवत क्यों बांचे ।
सामाजिक उत्थान का, रामायण दृष्टांत ।
श्रवण करे श्रृद्धा सहित, मन हो जावे शांत ।
मन हो जावे शांत , सदा सन्मार्ग दिखाता ।
अवनति का इतिहास, महाभारत है गाता ।
रविकर दे आभार, विषय बढ़िया प्रतिपादित ।
ढोंगी बाबा काज , करे सब गैर-समाजिक ।।
रामायण और भागवत नाम
ReplyDeleteलगता है किसी को आता है
ताज्जुब भी हो रहा है कि
अभी तक कहीं बाँच़ा भी जाता है ?
बहुत खूब!
ReplyDeleteसामाजिक उत्थान का, रामायण दृष्टांत ।
ReplyDeleteश्रवण करे श्रृद्धा सहित, मन हो जावे शांत ।
राम तुम्हारा चरित स्वयं ही काव्य है ,
कोई कवि बन जाय सहज संभाव्य है .
बढ़िया प्रस्तुति भाई साहब .
कृपया यहाँ भी पधारें
रविवार, 29 अप्रैल 2012
परीक्षा से पहले तमाम रात जागकर पढने का मतलब
http://veerubhai1947.blogspot.in/
रविवार, 29 अप्रैल 2012
महिलाओं में यौनानद शिखर की और ले जाने वाला G-spot मिला
http://veerubhai1947.blogspot.in/
शोध की खिड़की प्रत्यारोपित अंगों का पुनर चक्रण
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/शुक्रिया .
आरोग्य की खिड़की
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/
बेहतरीन ,.....
ReplyDeleteढोंगी बाबा काज , करे सब गैर-समाजिक ।।
ReplyDeleteढोंगी समाज में ढोंगी बाबा ही चल सकता है :)
जय राम जी की.
अवनति का इतिहास, महाभारत है गाता ।
ReplyDelete...
ढोंगी बाबा काज , करे सब गैर-समाजिक ।।
yahi aaj ka sach hai..
रविकर दे आभार, विषय बढ़िया प्रतिपादित ।
ReplyDeleteढोंगी बाबा काज , करे सब गैर-समाजिक ।।
रचना है रविकर जी की अति उत्कृष्ट .. (.कृपया यहाँ भी पधारें - )
कैंसर रोगसमूह से हिफाज़त करता है स्तन पान .
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_01.html
बहुत बढ़िया रविकर जी...
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