Tuesday, 1 May 2012

स्तन-पान संतान, करे जो तेरा बहना-

Blog Weather Report - मौसम का हाल, मो सम की ज़ुबानी

संजय @ मो सम कौन ? at मो सम कौन कुटिल खल ...... ? -

इक कंकड़ रख सड़क पर, एम् वी ठोकर मार |
कितने फुट जाता खिसक, खेलें साथी चार |

खेलें साथी चार, धार की महिमा गाते |
मिलकर सारे यार, अधिकतम पांच बढाते |

रविकर आता बाप, डांट कर उन्हें भगाता |
खेल खेल में सात, फीट वह खुद सरकाता ||

कैंसर रोगसमूह से हिफाज़त करता है स्तन पान .

देह सौष्ठव की तरफ, अधिक दे रही ध्यान ।
अमृत से महरूम है,  वह नन्हीं सी जान । 

वह नन्हीं सी जान, मान ले मेरा कहना ।
स्तन-पान संतान, करे जो तेरा बहना ।

शिशू निरोगी होय, घटे कैंसर के खतरे ।
 बाढ़े  शाश्वत प्रेम, नहीं बीमारी पसरे ।|

6 Tips to say "I Am Sorry"

D!P!X at The Art of Living  

भुक्खड़ को क्या चाहिए, बस बढ़िया पकवान |

सॉरी तो क्या चीज है, ले लो सारी जान ||

तुम आ गये मोहन


लीला कृष्णा की गजब , रानी-गोपी भक्त ।
पहुंचें प्रेम पुकार पर, बिना गँवाए वक्त ।।

आपका खेल

प्रतुल वशिष्ठ at दर्शन-प्राशन
गैला पर जब तक चले, पहिया ऐ मनमीत ।
गाडी फंसने से बचे, मिले अंत में जीत । 


मिले अंत में जीत, प्रीत की कविता गाओ ।
घूंसों से भयभीत, हुवे क्यूँ मीत बताओ ।

करता प्रभु से विनय, होय निर्मल जो मैला ।
गाडी चलती जाय. मिलेगा उनका गैला ।।

वो आँखें अब भी देखतीं हैं मुझे.......


मीठा पानी झील का, देता प्यास बुझाय ।
खारे अश्रू जो पिए,  झलक तनिक दिखलाय ।।

6 comments:

  1. बहुत बढ़िया प्रस्तुति,प्रभावित करती सुंदर टिप्पणी ,.....

    MY RECENT POST.....काव्यान्जलि.....:ऐसे रात गुजारी हमने.....

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  2. बहुत ही बढि़या ...

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  3. बहुत सुन्दर प्रस्तुति......

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  4. रोचक रचना..लाल रंग का उपयोग आँखों को चुभता है...

    नीरज

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  5. भावपूर्ण टिप्पणियाँ |
    अच्छी प्रस्तुति |
    आशा

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