सरजी हिंदी में काम करते हैं
क्लब में पैदा हो गया, कान्वेंट की शान |
मदर टंग गौरांग की, नहीं पिता का ज्ञान |
नहीं पिता का ज्ञान, बड़े बाबा देहाती |
अंग्रेजी आसान, पढ़े नाना का नाती |
पी ए से लिखवाय, पढ़े बेमन से भाषण |
अनुवादक भी मस्त, चले हिंदी से शासन ||
दाने खा लो अंकुरित, पी लो सत्तू घोल ।
पाव पाइए प्रेम से, ब्रेड पैकेट भी खोल ।
ब्रेड पैकेट भी खोल, लंच में माड़-भात खा ।
काटो मस्त सलाद, शाम फल मूढ़ी चक्खा ।
चाय बना इक बार, सुरक्षित हॉट पॉट में ।
फास्ट फूड दो मिनट, पकाओ एक लाट में ।।
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लेटर टू अ बेस्ट फ्रेंड
यशवन्त माथुर (Yashwant Mathur)
सिस्टर इंग्लिश डोंट पुश, टू मच रस, एड्जस्ट ।
ब्राउन पीपुल लाइकिंग, यू स्टैंडिंग फस्ट ।
यू स्टैंडिंग फस्ट, बट यू नो परडेसी ।
फ्लाई नो स्काई , हेट करते हैं बेसी ।
पैक युअर बेड-रोल, टाइम हैज कम माई डीयर ।
बोलें हिंदी बोल, अर्थ से जुडती रविकर ।।
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आग लगे डीजल जले, तले *पकौड़ी पन्त -चर्चा मंच -K2
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"हिन्दी दिवस पर दो गीत" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')हाय हाय हिंदी हठी, हाकिम हुज्जत हूल । फिर भी तू जिन्दा बची, महक कुदरती फूल । महक कुदरती फूल, चहकती बाजारों में । घूमे देश विदेश, पर्यटन व्यापारों में । रोजगार मिल रहे, सभी क्षेत्रो में फैली । सीख रहे वे शत्रु, नजर जिनकी थी मैली । |
"आवाज" एक उपेक्षित योद्धा की
गैस सिलिंडर चलेगा पूरे दो महीने : है न उपाय- दाने खा लो अंकुरित, पी लो सत्तू घोल । पाव पाइए प्रेम से, ब्रेड पैकेट लो मोल । ब्रेड पैकेट लो मोल, लंच में माड़-भात खा । काटो मस्त सलाद, शाम को मूढ़ी चक्खा । चाय बना इक बार, डालिए हॉट पॉट में । फास्ट फूड दो मिनट, पकाओ एक लाट में ।। आशा है मेहमान की, होना नहीं निराश । खिला बताशा दे पिला, पानी बेहद ख़ास । पानी बेहद ख़ास, पार्टी उससे मांगो । करिए ढाबा विजिट, शाम को बाहर भागो । ख़तम होय न गैस, गैस काया में पालो । न तलना ना भून, सदा हर चीज उबालो ।। |
सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteसुप्रभात ....हिंदी दिवस की शुभकामनायें !