Rajesh Kumari
सफल साधना हो गई, जमा विमोचन रंग |
खंडूरी जी का सुलभ, सतत समय सत्संग | सतत समय सत्संग, गंग की कृपा अनोखी | पढ़कर पाठक दंग, जंग कर्नल की चोखी | रविकर परम प्रसन्न, पर्व इक पुन: नाधना | आऊंगा इस बार, विमोचन सफल साधना || |
"हमारी नियति" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
नीति-नियत पर दृष्टि है, रहा नियंता देख |
चन्द्रगुप्त की लेखनी, प्रभु जांचे आलेख | प्रभु जांचे आलेख, जँचे न इनकी करनी | उड़े हवा में ढेर, समय पर सकल बिखरनी | अपनों को यदि भूल, छलेगा अपना रविकर | पायेगा वह दंड, भरोसा नीति नियत पर || |
नज़रिया
मनोज कुमार
विचार
हलवाई झपड़ा रहा, छोटू को दिन रात ।
सदा बात बेबात पर, दिखलाए औकात ।
दिखलाए औकात, पालता छोटू कुत्ता ।
अब खाए जब लात, छड़ी से मारे इत्ता ।
हो जाए संतोष, पिटे पर करे पिटाई ।
वा रे छोटू नीति, दुष्ट कितना हलवाई ।।
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क्या "नेशनल टायलेट" है संसद ?
महेन्द्र श्रीवास्तव
सीमा से बाहर गए, कार्टूनिस्ट असीम |
झंडा संसद सिंह बने, बेमतलब में थीम | बेमतलब में थीम, यहाँ आजम की डाइन | कितनी लगे निरीह, नहीं अच्छे ये साइन | अभिव्यक्ति की धार, भोथरी हो ना जाये | खींचो लक्ष्मण रेख, स्वयं अनुशासन लाये || |
चलो मैं तुम्हारे साथ चलती हूँ !!!
सदा
मन्त्रों में जो शब्द हैं, उन शब्दों में शक्ति ।
कठिन परिस्थित से भरे, निबटा जिनसे व्यक्ति ।
निबटा जिनसे व्यक्ति, चेतना जागृत करते ।
नई ऊर्जा भक्ति, चुनौती खातिर भरते ।
पावन माँ की सीख, करे सब ईश्वर अच्छा ।
अनुभव से इंसान, कर सके रविकर रक्षा ।।
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इंडियन मीडिया सेंटर :उज्जैन यात्रा
महाकाल के दर्श कर, घूमे जब उज्जैन ।
तन थक कर था चूर पर, मन को मिलता चैन ।
मन को मिलता चैन, रैन में बेचा घोड़ा ।
सोया गहरी नींद, भिखारी किन्तु निगोड़ा ।
देता मुझे जगाय, बताये वह क्यों तगड़ा ।
सिंहासन बत्तीस, करे है सारा रगड़ा ।।
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एक संत आत्मा का जानासुशील
बहुत बड़ा कानूनची, व्यापारी बड़वार |
करता छोटा इंच छ:, जो भी जिम्मेदार | जो भी जिम्मेदार, सभी धंधे होने दे | कुछ की बम बम बूम, कई को तू रोने दे | मिलता है राजस्व, राज यम-राज चले है | धंधे में दे दखल, राम को बहुत खले है || |
तब ध्यान करो प्रकृति की तरफ.....छंदों की महिमा गजब, चर्चित यह सन्देश | कविता कर लो या पढो, ध्यान करो अनिमेष | ध्यान करो अनिमेष, आत्म उत्थान जरुरी | सच्चा व्यक्ति विशेष, होय अभिलाषा पूरी | रचते पढ़ते छंद, सुने प्रभु उन बन्दों की | सच्चा हो ईमान, बड़ी महिमा छंदों की || |
अपने ही दिल का सताया हुआ हूँगम का मरहम ले लगा, अगर दगा यह जिस्म |रब का पहरा ले बचा, किया वहम किस किस्म | किया वहम किस किस्म, अश्क के सागर नागर | शेरो में भर दिया, गजब का भाव बिरादर | करता किन्तु सचेत, फैक्टरी उनकी चालू | चालू गम निर्माण, रवैया बेहद टालू || |
Anil Singh :maaAziz Jaunpuri
मोटर में लिख घूमते, माँ का आशिर्वाद ।
जय माता दी बोलते, नित पावन अरदास ।
नित पावन अरदास, निकल माँ बाहर घर से ।
रोटी को मुहताज, कफ़न की खातिर तरसे ।
कह रविकर पगलाय, कहीं खाती माँ ठोकर ।
करते वे तफरीह, ढूँढती माँ को मोटर ।।
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सरकार के सर में दर्द?? !!!
लगा तेल नवरत्न का, मोहन बोले आज ।
सिरदर्दी कम न हुई, सर सर सर आवाज ।
सर सर सर आवाज, दर्द मीडिया बढाए ।
नवरत्नों पर गाज, भूल से हमीं गिराए ।
जनता भोरी मस्त, त्रस्त न हमको करती ।
डरते सारे लोग, मीडिया किन्तु अकड़ती ।।
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शब्दों पर पहरे !
संतोष त्रिवेदी
बड़ा वाकया मार्मिक, संवेदना असीम |
व्यंग विधा इक आग है, चढ़ा करेला नीम | चढ़ा करेला नीम, बहुत अफसोसनाक है | परंपरा यह गलत, बहुत ही खतरनाक है | लेकिन मेरे मित्र, खींच के लक्ष्मण रेखा | खींचे जाएँ चित्र, करें न हम अनदेखा || |
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आज के और लिंक
अच्छे लिंक्स
ReplyDeleteमुझे भी शामिल करने के लिए आभार
बहुत सुंदर !
ReplyDeleteराजेश जी को बहुत बहुत बधाई !
वाह!
ReplyDeleteआज तो सभी को टिपिया दिया!
आम के आम,
गुठलियों के दाम!
पढ़ते ताबड़तोड़ छंद पर छंद गढ़ रहे
ReplyDeleteकर कविवर कमाल झंडे खूब गड़ रहे।:)
राजेश जी को बहुत बहुत बधाई !
ReplyDeleteलिखते ताबडतोड है,कुण्डलियाँ के छंद
ReplyDeleteदिनेश की दिल्लगी पढ़,रह जाते है दंग,,,,
बहुत बढिया व्यंजना .बढ़िया गजब प्रस्तुति इतने बड़े फलक पर .
ReplyDeleteसपना साकार हुआ ,मेरी पुस्तक का विमोचन (पूर्व मुख्य मंत्री उत्तराखंड)बी सी खंडूरी जी के करकमलों द्वारा सफलता पूर्वक संपन्न हुआ |
ReplyDeleteRajesh Kumari
HINDI KAVITAYEN ,AAPKE VICHAAR
सफल साधना हो गई, जमा विमोचन रंग |
खंडूरी जी का सुलभ, सतत समय सत्संग |
सतत समय सत्संग, गंग की कृपा अनोखी |
पढ़कर पाठक दंग, जंग कर्नल की चोखी |
रविकर परम प्रसन्न, पर्व इक पुन: नाधना |
आऊंगा इस बार, विमोचन सफल साधना ||
bahut hi sundar link ......
ReplyDeleteबहुत ही अच्छी प्रस्तुति।अच्छे लिंक्स
ReplyDeleteआदरणीय रविकर सर सुन्दर लिंक्स संयोजन मेरी रचना को स्थान मिला तहे दिल से शुक्रिया
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