Wednesday, 6 March 2013

आमोदी दादी दुखी, जा दोजख में देश-



क्यूँ नेहरू की रेस, मिटाए बबलू देता-
आमोदी दादी दुखी, जा दोजख में देश |
पोते को लेता फँसा, पी एम् पद की रेस |

पी एम् पद की रेस, मरे क्या सारे नेता  |
क्यूँ नेहरू की रेस, मिटाए बबलू देता  |

रे पोते नादान, खिलाया तुझको गोदी |
झटपट करले व्याह, छोड़ मोदी आमोदी | 

मर्यादा पुरुषोत्तम राम की सगी बहन : भगवती शांता -12

सर्ग-3

भाग-1 ब
एक दिवस की बात है, बैठ धूप सब खाँय |

घटना बारह बरस की, सौजा रही सुनाय ||


 सौजा दालिम से कहे, वह आतंकी बाघ |

बारह मारे पूस में, पांच मनुज को माघ ||

सेनापति ने रात में, चारा रखा लगाय |

पास ग्राम से किन्तु वह, गया वृद्ध को खाय ||



 " प्राञ्जल की 14वीं वर्षगाँठ" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')


प्रिय प्राञ्जल आशीष है, कल था नेट से दूर |
छिन्नमस्तिके मातु से, मिले प्यार भरपूर |


मिले प्यार भरपूर, शक्तिपीठों में आये |
बावन हैं यह पीठ, सती ने स्वयं बनाए |


यश फैले चहुँओर, होय मंगल ही मंगल |
बाढ़े बुद्धि विवेक, स्वास्थ्य उत्तम प्रिय प्राञ्जल |


DR. ANWER JAMAL 


हरकत यह अच्छी नहीं, छोड़ सिपहसालार |

करे हवाले मौत के, होवें साथी पार |



होवें साथी पार, लड़ाई आर-पार की |

वर्दी को धिक्कार, जिंदगी ले उधार की -



होकर के सस्पेंड, दुबारा होगी शिरकत |

लेकिन अफसर अन्य, सहे ना इनकी हरकत ||


निष्फल करना कठिन, दुर्जनों के मनसूबे -

मन सूबे से स्वार्थ से, जुड़े धर्म से सोच । 
गर्व करें निज वंश पर, रहा अन्य को नोंच । 

रहा अन्य को नोंच, बढ़ी जाती कट्टरता । 
जिनकी सोच उदार, मूल्य वह भारी भरता । 

 भारी पड़ते दुष्ट, आज सज्जन मन ऊबे । 
निष्फल करना कठिन,  दुर्जनों के मनसूबे ॥ 


8 comments:

  1. आदरणीय गुरुदेव श्री सादर प्रणाम, बेहद सुन्दर कुण्डलिया छंद लाजवाब प्रस्तुति हार्दिक बधाई स्वीकारें.

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  2. बढ़िया कमेंट!
    आभार रविकर जी।

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  3. एक दिवस की बात है, बैठ धूप सब खाँय |

    घटना बारह बरस की, सौजा रही सुनाय ||
    सुन्दर प्रस्तुति .

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  4. पोस्ट दिल को छू गयी.......कितने खुबसूरत जज्बात डाल दिए हैं आपने..........बहुत खूब

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  5. दादी दिल दिखता दुखित, द्रवित दिव्यतम तेज ।

    देख पार्टी की दशा, रही लानतें भेज ।

    रही लानतें भेज, किया था प्राण निछावर ।

    सत्ता लोलुप लोग, चाहते केवल पावर ।

    कल बेटा कुर्बान, टले पोते की शादी ।

    लगा वंश पर दाँव, दुखी हो जाए दादी ॥

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    1. Dadi ke naajaayaj bhi bahut hai , varnshankaro ki karani bhog rahe hai saare

      Shubh Diwas !

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  6. बेहतरीन links

    आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
    तुम मुझ पर ऐतबार करो ।

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    1. Adaraniy,
      Rachana ko aapaka ashirwad mila , prasannataa hui
      thodaa dukhi hun Salaman Khurshid ke saath Pak PM ke swaagat ko nahi jaa sakaa , aapake kya vichar hai ?

      :)

      Shubh Diwas !

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