करवाचौथ पर...
प्रवीण शाह
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सामाजिक दुर्व्यवस्था, बिधवा संग बर्ताव ।
निकृष्टतम होता रहा, रखें लोग दुर्भाव ।
रखें लोग दुर्भाव, जानवर से भी बदतर ।
इसीलिए मन-भाव, सुहागिन का यह अक्सर ।
रहा समय अब बदल, सुरक्षा की गारंटी ।
इसीलिए पट रही, जमाना बबली-बंटी ।।
तुम तो भूखी एक दिन, सैंयाँ बारम्बार-
आभारी है पति-जगत, व्रती-नारि उपकार ।
नतमस्तक हम आज हैं, स्वीकारो उपहार ।।
(महिमा )
नारीवादी हस्तियाँ, होती क्यूँ नाराज |
गृह-प्रबंधन इक कला, ताके सदा समाज ||
मर्द कमाए लाख पण, करे प्रबंधन-काज | घर लागे नारी बिना, डूबा हुआ जहाज || |
महका मधुबन
Dr.NISHA MAHARANA
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महका मधुवन मनकरा, मिलता मग मनमीत ।
मन मचले मचरंग मनु, परख प्रियतमा प्रीत ।
परख प्रियतमा प्रीत, पाण्य यह पाणिकरण है ।
नैनों में है स्नेह, अनोखा लगे वरण है ।
दस दीपों से शब्द, निशा देती तू चहका ।
बहना को आशीष, रहे घर महका महका ।।
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स्कॉर्फि़याना फ़रमान(सतीश पंचम)
सफ़ेद घर
फरमानों की खेप सौ, गई खाप यह खेप । पहले मारें भ्रूण में, होय बचे से रेप । होय बचे से रेप, अरे नामर्दों सुन लो । एक सुरक्षा कवच, गर्भ-कन्या हित बुन लो । मुस्टंडों का व्याह, समय पर अगर कराओ । गलत होय नहिं राह, सुता अनुपातिक लाओ । |
मौसम, बधाइयों और दिखावे का -सतीश सक्सेनासतीश सक्सेना
मेरे गीत !
छाया बाजारी-करण, चमक दमक का दौर । ब्रांडेड मानव छा रहे, देशी पर नहिं गौर । देशी पर नहिं गौर, रसोई हुई विदेशी । गुझिया को नहीं ठौर, बेंचते बच्चन वेशी । क्या बोलेंगे लोग, यही हमको बहकाया । घटिया घर का माल, पड़े नहीं इसकी छाया । |
तुम्हे पाने की जिद"अनंत" अरुन शर्मा
दास्ताँने - दिल (ये दुनिया है दिलवालों की )
बंदिश समझो बन्दगी, इधर उधर मत ताक । बहु-तेरे है ताक में, तेरे आशिक-काक । तेरे आशिक-काक, रंजिशे रविकर रखते । रही उन्हीं की धाक, हमेशा साजिश करते । बारिस में मत भीग, मिलेगा उन्हें बहाना । मत कर जिद नादिरे, प्यार तेरा है पाना ।। |
रिपोर्ट नार्मल
पानी पी पी कोसता, चले अढ़ाई कोस ।
खून हुआ पतला बहुत, बड़ा खून का जोश ।
बड़ा खून का जोश, तेल मालिस में आगे ।
मोटी चमड़ी होय, टेस्ट क्यूँ करे अभागे ।
लगा कलेजे आग, पड़े न दौरा जानी ।
सुबह सवेरे जाग, गुनगुना पी ले पानी ।।
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आपका जबाब नहीं ..
ReplyDeleteबहुत बढिया
रविकर सर वाह क्या बात है लाजवाब सर
ReplyDeleteकरवाचौथ की हार्दिक मंगलकामनाओं के साथ आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (03-11-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
लाजबाब,बहुत उम्दा एक से बढ़कर एक प्रस्तुति,,,रविकर जी,,,,
ReplyDeleteसभी ब्लॉगर परिवार को करवाचौथ की बहुत बहुत शुभकामनाएं,,,,,
RECENT POST : समय की पुकार है,
dhanyavad nd aabhar .....
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