हास्यफुहार
तुम रूठा न करो मेरी जान निकल जाएगी
बड़ा मस्त अंदाज है, सीधी साधी बात |
अट्ठाहास यह मुक्त है, मुफ्त मिली सौगात |
अट्ठाहास यह मुक्त है, मुफ्त मिली सौगात |
मुफ्त मिली सौगात, डाक्टर हों या भगवन |
करिए मत नाराज, कभी दोनों को श्रीमन |
भगवन गर नाराज, पड़े डाक्टर के द्वारे |
डाक्टर गर नाराज, हुए भगवन के प्यारे||
भगवन गर नाराज, पड़े डाक्टर के द्वारे |
ReplyDeleteडाक्टर गर नाराज, हुए भगवन के प्यारे||
बहुत बढ़िया,,,,,
बढ़िया प्रस्तुति..
ReplyDeleteवाह ...बहुत बढि़या।
ReplyDeleteमुफ्त मिली सौगात, डाक्टर हों या भगवन |
ReplyDeleteकरिए मत नाराज, कभी दोनों को श्रीमन |
भगवन गर नाराज, पड़े डाक्टर के द्वारे |
डाक्टर गर नाराज, हुए भगवन के प्यारे||
बढ़िया व्यंग्य .
बढ़िया व्यंग्य .मम्मी हों नाराज़ दिखें दिन में भी तारे ,कहो भाई मोहन प्यारे ,अरे भाई राज -दुलारे .
क्या बात.....बहुत बढ़िया
ReplyDeleteसही है, दोनों को कभी नाराज़ नहीं करना चाहिए।
ReplyDeleteबहुत सही कहा है।
ReplyDeleteVery nice post.....
ReplyDeleteAabhar!
बहुत ही बेहतरीन और प्रशंसनीय प्रस्तुति....
ReplyDeleteहैल्थ इज वैल्थपर पधारेँ।
बहुत खूब !
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