"वट सावित्री"
Sushil at "उल्लूक टाईम्स "
श्रीमती की बात से , बाढ़े मन अनुराग |
वट-सावित्री की कथा, बाग़-बाग़ बड़-भाग |
बाग़-बाग़ बड़-भाग, छुडा कब्जे से यम के |
सावित्री का तेज, माँग में दुति-सम दमके |
वट-सावित्री की कथा, बाग़-बाग़ बड़-भाग |
बाग़-बाग़ बड़-भाग, छुडा कब्जे से यम के |
सावित्री का तेज, माँग में दुति-सम दमके |
प्रिये प्राण पर पाय, प्राण-प्रिय बुरी गती की |
मुट्ठी रखे दबोच, भयंकर श्रीमती की ||
लगता है आप भी कहीं पूजे जा रहे थे
ReplyDeleteइसी लिये पूजा करने नहीं आ रहे थे।
आभार !!
bahut khoob ..vaah
ReplyDeleteबहुत खूब गढ़ा है शिल्प अनुप्रासिक छटा बिखेरता .
ReplyDeleteबाग़-बाग़ बड़-भाग, छुडा कब्जे से यम के |
सावित्री का तेज, माँग में दुति-सम दमके
कृपया यहाँ भी पधारें -
ram ram bhai
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रविवार, 20 मई 2012
कब असरकारी सिद्ध होता है एंटी -बायटिक : ये है बोम्बे मेरी जान (तीसरा भाग ):