कार्टून तो आप हैं जिन्हें कार्टून समझने की बुद्धि ही नहीं...
ZEAL - 3 minutes ago
कार्टून में हैं रखे, नोट वोट के थाक |
जर-जमीन लाकर पड़े, है जमीर पर लाक |
जर-जमीन लाकर पड़े, है जमीर पर लाक |
है जमीर पर लाक , नाक हर जगह घुसेंड़ें |
बड़े बड़े चालाक, चलें लेकिन बन भेड़ें |
रविकर रक्षक कौन, जहर जब भरा खून में |
कार्टून नासमझ, भिड़े इक कार्टून में ||
होती क्या है टीके की दवा वैक्सीन ?
veerubhai at ram ram bhai - 47 minutes ago
टीका पर करते सटीक, टीका टिप्पण आप |
लोहा लोहे से कटे, कटे विकट संताप |
कटे विकट संताप, सूक्ष्म विश्लेषण करते |
नकारात्मक पक्ष, सावधानी भी धरते |
टीका पर रख ध्यान, करे ना जीवन फीका |
रविकर करे सचेत, समझ कर लेना टीका ||
लोहा लोहे से कटे, कटे विकट संताप |
कटे विकट संताप, सूक्ष्म विश्लेषण करते |
नकारात्मक पक्ष, सावधानी भी धरते |
टीका पर रख ध्यान, करे ना जीवन फीका |
रविकर करे सचेत, समझ कर लेना टीका ||
"बन्दीघर में पाला जायेगा" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
उच्चारण - 7 minutes ago
वही गुसाईं है भाई |
जब कसाब साहब बन जाए,
होती सब बेकार दुहाई ||
आधा सच भी नहीं दिखाते -
सच कैसे मीडिया बताई |
चांदी के जूते खा-करके,
होती गुरुवर आज छपाई ||
Hindi Topics
मां के साथ हुए गैंग रेप का एकमात्र गवाह था, जिंदा जला डाला
चिंटू जैसे केस नित, सहता रहा बिहार ।होय दबंगों के घरे, हर रिश्ते की हार ।
हर रिश्ते की हार, बहन बेटी पर आफत ।
केवल सेक्स विचार, छोड़ते रहे शराफत ।
ऊपर से छह इंच, नहीं अब बीच काट दो ।
बहुत बड़े यह मर्द, नपुंसक बीच बाँट दो ।।
प्रस्तुति यह उत्कृष्ट है , रची 'धीर' गंभीर ।
फटें बिवाईं आपनी, तब जाने पर-पीर ।।
बेटी,,,,,
dheerendra at काव्यान्जलि ... - 13 minutes ago
फटें बिवाईं आपनी, तब जाने पर-पीर ।।
रविकर रक्षक कौन, जहर जब भरा खून में ।
ReplyDeleteकार्टून नासमझ, भिड़े इक कार्टून में ।।
सही कहा।
वाह क्या कहने....
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति!
अच्छी प्रस्तुति,मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार,....रविकर जी
ReplyDeleteMY RECENT POST काव्यान्जलि ...: बेटी,,,,,
बहुत बेहतरीन व प्रभावपूर्ण रचना....
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।
बहुत अच्छी प्रस्तुति!
ReplyDeleteसादर