जानू मैं जानू तुम्हें, बे-इन्तिहा दुलार ।
बिना टिप्पणी ही सही, आते तो हो द्वार ।
आते तो हो द्वार, सदा एहसान तुम्हारा ।
हो जाता है धन्य, हमारा छपना सारा ।
साधारण सा ब्लॉग, मिले दो सौ हिट दिन में ।
रविकर की कुंडली, ख़ास कुछ तो है इनमे ।।
स्तन-पान संतान, करे जो तेरा बहना -
पसरे सौष्ठव चेतना, अधिक देह पर ध्यान ।
अमृत से महरूम है, वह नन्हीं सी जान ।
वह नन्हीं सी जान, मान ले मेरा कहना ।
स्तन-पान संतान, करे जो तेरा बहना ।
शिशू निरोगी होय, घटे कैंसर के खतरे ।
बाढ़े शाश्वत प्रेम, नहीं बीमारी पसरे ।| |
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पासपोर्ट पे फ्री, लगा इटली का वीजा ।
चाँदी कूटे सिंह सियार सलमान डिसूजा
भाई भतीजावाद, पार्टी पास्ता पीजा ।।
होंठ भींच कर रखो जोर से तेरी बारी -
नमक डाल जख्मों को उसने खुरचा मींजा ।।
कश्मीरी अपने को कहते जाकर रह लें-
कभी दुर्दशा पर इनका दिल नहीं पसीजा ।।
स्वर्ग देश का आज सहे प्राणान्तक पीड़ा
मस्ती में मशगूल फेमिली जन-गण खीजा ।
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बुराई पर अच्छाई की विजय
आशा जोगळेकर
सौ दिन जीते बुरा पर, इक दिन जीते सत्य |
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गंगा-दामोदर ब्लॉगर्स एसोसियेशनगोष्ठी की तिथि आगे बढानी पड़ेगी -
आदरणीय / आदरेया !!
जन संस्कृति मंच का अखिल भारतीय सम्मलेन 4 नवम्बर को गोरखपुर में हो रहा है- सूचना मिली है कि धनबाद के हमारे
वरिष्ठ ब्लॉगर और सहयोगी
आदरणीय उमा जी इस कार्यक्रम में भाग लेने गोरखपुर जा रहे हैं-
उनकी अनुपस्थिति से हमें
अपनी गोष्ठी की तिथि (4 नवम्बर ) आगे बढानी पड़ेगी |
असुविधा के लिए खेद है-
(नई तिथि की सूचना आपसे विमर्श के बाद-)
सादर - रविकर |
तन मानव का मति दानव की,धन-लोलुप निर्मम दुष्ट
बड़े
उजले कपड़े नकली मुखड़े , मुँह फाड़ खड़े अकड़े-अकड़े बन हाट बजार बियाह गये , विधि नीति कुछेक गये पकड़े कुछ युक्ति करो भय मुक्त करो,यह रीत बुरी जड़ से उखड़े ||
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हरियाणा में 4 प्लेट चाउमीन के साथ 4 लड़के पकडे गए.
NEERAJ PAL
प्लेट चाऊ-मिन की रही, बढ़ा प्रसभ दुर्योग |
खान-पान का फर्क है, बढ़ा विलासी भोग | बढ़ा विलासी भोग, खोज मंत्री हरियाणा | कैसे राज्य निरोग, बताता बड़ा सयाणा | फास्ट फूड से जल्द, ऋतुमती बाला होती | प्लेट डेट से भेंट, जिंदगी कांटे बोटी || |
असल मुद्दा यह है केजरी वाल साहब !सरकार विपथगामी हो गई है
Virendra Kumar Sharma
गए खोजने गडरिया, बहेलिया मिल जाए |
उग्र केजरी लोमड़ी, तीरों से हिल जाए | तीरों से हिल जाए , फुलझड़ी निकला गोला | फुस फुस दे करवाए, व्यर्थ ही हल्ला बोला | सदाचार केजरी, अल्पमत सच्चे वोटर | बनवाएं सरकार, बटेरें तीतर मिलकर ।। |
वाह...!
ReplyDeleteसभी छंदबद्ध रचनाएँ बहुत सुन्दर हैं!
वाह ... बेहतरीन प्रस्तुति
ReplyDeleteसादर
वाह: दो सौ हिट दिन में-..?????? बधाई..
ReplyDeleteलिंक लिख्खाड से भी टिप्पणियाँ गायब हो रहीं हैं यहाँ से भी ,ऐसे में टिपण्णी कार का हौसला टूटता है .
ReplyDeleteस्तन-पान संतान, करे जो तेरा बहना ।
ReplyDeleteशिशू निरोगी होय, घटे कैंसर के खतरे ।।।।।।।।।।।शिशु .........कृपया शिशु कर लें ........
बधाई बेहतरीन सजावट की चर्चा मंच छा रहा है .
बेहतरीन !
ReplyDeleteबेहतरीन सामयिक कुंडलियाँ छंद रचनाएं आपका ब्लॉग यूँ ही उन्नति के शिखर पर चढ़ता रहे शुभकामनाएं
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