...आंसू आ गए होंगे
रश्मि
यूँ ही जाते लड़खड़ा, कदम चले जो दूर । कहते क्यूँ यह हड़बड़ा, आखिर क्यूँ मजबूर । आखिर क्यूँ मजबूर, हकीकत तुम भी जानो । गम उसको भरपूर, बात मानो ना मानो । कैसे सहे विछोह, आत्मा यह निर्मोही । समझ हृदय की पीर, करो ना बातें यूँ ही ।। |
"संगीत बदल जाते हैं" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
बदले गीत-अगीत सब, बदल जाय संगीत ।
इक रचना बदले नहीं, भाव शून्य कुल रीत ।
भाव शून्य कुल रीत, खखोरे रचना रविकर ।
बदतमीज है चीज, सकल दुनिया से हटकर ।
हो बढ़िया श्रृंगार, बना दे वह वीभत्सी ।
सीढ़ी खुद को कहे, लोकप्रियता ले सस्ती ।।
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ओह!! तो ये बात है!??
कोयल मंत्री का मिले, अब इनको पदभार ।
बड़े घुटाले हैं किये, इन पर ही एतबार ।
इन पर ही एतबार, नया नव दिन ही रहता ।
भूल गए यह बात, पुराना सब दिन कहता ।
लेकिन मंत्री तेज, कोयला दूधे धोयल ।
बीबी मइके भेज, ढूँढ़ता नइकी कोयल ।।
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पकौडी़उल्लूक टाईम्सरोज जलेबी खा रहा, हो जाता मधुमेह | इसीलिए दिखला रहा, आज पकौड़ी नेह | आज पकौड़ी नेह, खूब चटकारे मारे | लेता जम के खाय, रात बार बड़ा डकारे | सके न चूरन फांक, जगह जो पूरी फुल है | बैठा जाके शाख, यही तो इसका हल है || |
वाह रविकर सर उम्दा दोहे रचे हैं बहुत-२ बधाई
ReplyDeleteअच्छी रचना !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteमनमोहक हैं सभी कुण्डलियाँ रविकर जी!
ReplyDeleteओह!! तो ये बात है!??
Cartoon, Hindi Cartoon, Indian Cartoon, Cartoon on Indian Politcs: BAMULAHIJA
कोयल मंत्री का मिले, अब इनको पदभार ।
बड़े घुटाले हैं किये, इन पर ही एतबार ।
इन पर ही एतबार, नया नव दिन ही रहता ।
भूल गए यह बात, पुराना सब दिन कहता ।
लेकिन मंत्री तेज, कोयला दूधे धोयल ।
बीबी मइके भेज, ढूँढ़ता नइकी कोयल ।।
फेसबुक पे हो रहा परकासी श्रीमान ,
लोगों नित प्रति बढ़ रही प्रजातंत्र की सान(शान )
एक से बढ़कर एक !
ReplyDeleteभाई साहब जो लोग व्यंजना और तंज से परिचित नहीं हैं वह यही कहेंगे जो श्रीप्रकाश जी जायसवाल ने कहा है वरना यह भी कह सकते थे -
ReplyDeleteतू मैं ,(शादी से पहले )
तूमैं ,(हो गई शादी )
तू तू में में (शादी के बाद ).
यानी स्वीट डिश कुछ ही दिन अच्छी लगती है शादी की फिर वही खटपट....
दोहे /कुंडलियों में अपनी टिप्पणी करने में आपकी विशेषज्ञता प्रभावित करती है !
ReplyDeleteदोहों और कुंडलियों में प्रतिक्रियाएं देने में आपका कोई सानी नहीं है बहुत बढ़िया प्रस्तुति हार्दिक आभार मेरी रचना पर अभिव्यक्ति देने के लिए
ReplyDeleteस्वादिष्ट लिंक्स
ReplyDeleteबढिया
ReplyDeleteमेरे नए ब्लाग TV स्टेशन पर देखिए नया लेख
http://tvstationlive.blogspot.in/2012/10/blog-post.html