.कितना भोले हो तुम यासीन....यह इस सदी का ऐतिहासिक बयान है :-)
अय्यासी यासीन की, श्री हाफिज के साथ | गिफ्ट मिनिस्टर भेजते, वीजा हाथों-हाथ | वीजा हाथों-हाथ, गलत-फहमी मत पालो | संघी भाजप दुष्ट, यहाँ से शीघ्र हंकालो । बढ़िया वो आतंक, नहीं देंगे अब फांसी । करने दो कुछ रोज, मियां उसको अय्यासी ।। |
कहाँ हो तुम ...
(दिगम्बर नासवा)
स्वप्न मेरे...........
पाया सबने प्रेम नित, सच्चा आशिर्वाद | कई पडोसी कष्ट में, करते थे फ़रियाद | करते थे फ़रियाद, होय माँ दुख में शामिल | सेवा औषधि प्यार, बना दे उनको काबिल | ऊँगली उनकी पकड़, राह सच्ची दिखलाया | मानव मन की छोड़, हँसे पक्षी चौपाया || |
आदरणीय रश्मि प्रभा जी का जन्मदिन .... !!!!
सदा
माँ सी पावन प्रभा यह, दे सँवार संसार | शब्दों का रिश्ता मधुर, भावों की मनुहार | भावों की मनुहार, रश्मियाँ शुद्ध कर रहीं | नीति नियम आदर्श, देह में रोज भर रहीं | रहे सदा ही स्वस्थ, अनुग्रह कर अविनाशी | शुभकामना असीम, ब्लॉग पर पाऊँ माँ सी || |
अफजल कि फांसी और राजनीति का गहरा संबंध है !!
पूरण खण्डेलवाल
झटपट किन्तु वसूलता, अमरीका मय सूद | अमरीका मय सूद, दूध हम यहाँ पिलाते | अपनी संसद पाक, पाक लेकिन दहलाते | राजनीति का खेल, खेल खुल्ला शैतानों | महज वोट अभियान, धत धत अरे बयानों || |
रश्मि शर्मा
रोज रोज के चोचले, रोज दिया उस रोज |
रोमांचित विनिमय हुआ, होती पूरी खोज | होती पूरी खोज, छुई उंगलियां परस्पर | चाकलेट का स्वाद, तृप्त कर जाता अन्तर | वायदा कारोबार, आज तो हद हो जाती | हो आलिंगन बद्ध, बसन्ती ऋतु मदमाती || |
जल्दी शादी और रेप..... डा श्याम गुप्त
shyam gupta
कहती डाक्टर इंदिरा, कारण बड़े सटीक । जल्दी शादी है सही, है उपाय यह नीक । है उपाय यह नीक, भूख ले जाय रेस्तराँ । सोवे टूटी खाट, नींद से होय-अधमरा । पॉकेट में है माल, भूख काया ना सहती । खाए जूठा भात, बुद्धि भी कुछ ना कहती ।। |
सुन्दर लिंक , आभार !!
ReplyDelete...वाह :-)
ReplyDelete...वाह :-)
ReplyDeleteबहुत अच्छे से टिपियाया है सबको!
ReplyDeleteआभार!
आपकी इस उत्कृष्ट पोस्ट की चर्चा बुधवार (13-02-13) के चर्चा मंच पर भी है | जरूर पधारें |
ReplyDeleteसूचनार्थ |