Wednesday 22 August 2012

पुलिस कटोरा लिए, थामता पंडा डंडा -


"आतंकवादी धर्मनिरपेक्षता "-डॉ .वागीश मेहता ,डी .लिट .,

Virendra Kumar Sharma  

भारत की सत्ता सरल, सही धर्म निरपेक्ष |
पाले पोसे राज-धर्म, जनता के सापेक्ष |
जनता के सापेक्ष, अधर्मी का है स्वागत |
चाहे रविकर पड़े, चुकाना कोई कीमत |
आतंकी का धर्म, नहीं  होता है कोई |
है सच्चा निरपेक्ष, देश का मेहमाँ सोई ||


सदा फुदकती रहना गौरैया

चैतन्य शर्मा (Chaitanya Sharma)
चैतन्य का कोना  
गौरैया के स्वर सुने, हृदय प्रफुल्लित होय |
उच्च उच्चतर उच्चतम, प्रेरित  हो सब कोय |
प्रेरित कर सब कोय, सरल सा सीधा जीवन |
रहे स्वयं में मगन, फुदकती द्वारे आँगन |
पड़ी प्रदूषण मार, घटे है सोन चिरैया |
हो दिल्ली चैतन्य, सुरक्षित हो गौरैया ||

विडम्बना

मनोज कुमार 
घास फूस की झोपड़ी, सहे धूप बरसात |
उलझी मानव खोपड़ी, बात बात में वात |
बात बात में वात, कुपित जब हो जाती है |
तरह तरह के रोग, बुद्धि भी भरमाती है |
सच्चे धंधेबाज, सभी धंधों का फंडा |
पुलिस कटोरा लिए, थामता पंडा डंडा ||
आह केतकी आह है, गजब समर्पण भाव |
दृष्टान्तों का दोष से, किया स्वयं अलगाव |
किया स्वयं अलगाव, जरा सोचा तो होता |
यही अंश का वंश, तुम्हारा वक्ष भिगोता |
अवसर देती एक, नेक यह होती घटना |
देता मैं भी साथ, खले चुपचाप निपटना ||

फेसबुकियो सावधान रहेना क्यु की ( इस पोस्ट को अवश्य पढे )

SACCHAI
AAWAZ  
लग सकती है फेस पर, बुकिये तगड़ी ठेस |
मुद्दा है पहचान का, करो प्रोब्लम फेस |
करो प्रोब्लम फेस , सही परिचय है वांछित |
हो न कोई केस, कभी न होओ लांछित |
हो जाओ गर ब्लाक, प्रमाणिक कॉपी भेजो |
कट जाएगी नाक, इंट्रियाँ सही सहेजो ||


7 comments:

  1. आज दिन भर आपका फोन बंद था मोबाइल भी और घर
    का भी यहाँ कैंटन से ०११९१-९३०-८९५५ -४९६ /०११९१ -८९ -८६६ -५७ -२५८ बारहा घुमाया ,रविकर भैया हाथ न आया .सभी सेतुओं पर शानदार काव्यात्मक टिप्पणियाँ घडीं हैं आपने इत्तेफाकन सभी सेतु पढ़ें हैं गुनें हैं टिपियाएँ हैं इन पर हम लोग .

    ReplyDelete
  2. बेहतरीन प्रस्‍तुति।

    ReplyDelete
  3. मस्त चर्चा ... आपके छंदों का मज़ा भी साथ में ..

    ReplyDelete

  4. bhavnao ka suruchi purn chando me bkhubi prastutikaran,man ko aanandit kr dia

    ReplyDelete