Friday, 17 August 2012

कर खुदरा व्यापार, वैश्विक मंदी भागे

"प्रश्नजाल-भारत की दुर्दशा" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')


कर्ता-धर्ता एक पार्टी, वही पुरानी टोली |
जिसके घर पर सदा सजी है गिन्नी रंग रँगोली |

ठगा हमेशा जिसने भारत, जनता सीधी भोली |
जिसने खाई खूब सेवैयाँ, कभी न खेली होली |

आज इकठ्ठा हुवे उसी के, सखा सखी हमजोली |
आओ उनका तिलक करें हम, लेते आओ रोली ||


मैं तो प्रधानमंत्री हूँ.


सियासती सहमति तनिक, प्रथम नागरिक जीत |
जदयू शिवसेना मिले, सपा बासपा मीत |
सपा बासपा मीत, नहीं क्या मोलभाव था |
दिखा गजब अनुराग, पोल में बड़ा चाव था |
कर खुदरा व्यापार, वैश्विक मंदी भागे |
काट करोड़ों हाथ, भीख दुनिया में मांगे || 

ज़िंदगी ऐसी भी !

संतोष त्रिवेदी at मैं चित्रकार हूँ !

बिटिया की ड्राइंग .....
आस्था त्रिवेदी -XI



लाइफ तेरी नाव पर, चली गाँव की ओर |
चिड़ियाँ की चीं चीं चहक, भाए कलरव रोर |
भाए कलरव रोर, गौर मछली पर करना |
दर्शन कर ले सखी, सुरक्षित गाँव उतरना |
यमुना तेज बहाव, पहुँचते संगम तीरे |
तीस मील पर गाँव, चलो गंगा में धीरे || 

मैं और मेरी तनहाई....

बैठे शिक्षक कक्ष में, छका रहे उस्ताद |
बिद्यालय में घटी क्या, छात्रों की तादाद |
छात्रों की तादाद, कवायद करते जानी |
हर कविता पर दाद, क्लास में कर मनमानी |
बोर हुवे सब छात्र, भाग जाते सहकर्मी |
सुनिए रविकर भ्रात, रखो कविता में नरमी || 

ब्लाग है या बाघ है

सुशील 

सुन्दर सत्यम शिवम् सा, स्वप्न सुशील सकाळ |
नंदी सींगें मारता, नाग दिखे विकराल |
नाग दिखे विकराल, चंद्रमा साधू ढोंगी  |
समझ अहिल्या चाल, भगाया जोगी भोगी |
शंकर संग त्रिशूल, भूल से हाथ लगाया |
बाघम्बर सा ब्लॉग, हमारे मन को भाया || 

साध्वी फिर पहुंची बलात्कारी स्वामी के पास ...

महेन्द्र श्रीवास्तव 

चिदर्पिता के अर्थ को, करे सार्थक जाय |
जब रहती मौज में, एक प्लेट में खाय |
एक प्लेट में खाय, मगर साहस है भाई |
पहले गई अघाय, मौत ही शायद लाई |
चिन्मय का आनंद, बंद तो नहीं हुआ था |
जबकि बीते वर्ष, साध्वी नहीं छुवा था ||

6 comments:

  1. टिप्पणी की किताब
    रखे हो कहीं एक क्या?

    रेडी मेड लगा देते हो
    जैसे ही कुछ कहो
    चिपका देते हो !!

    ReplyDelete
  2. सुसील जी के लिए,,,,,,

    टिप्पणी की किताब नही,है कुदरत की देंन
    कुंडलियों की कला है,टिप्पणियों के हीमैन,,,,,

    ReplyDelete
  3. यही तो रोना है यथा नाम तथा गुण,नाम :मौन सिंह ,काम :जी मेडम !यस मेडम !
    ......ram ram bhai
    शुक्रवार, 17 अगस्त 2012
    गर्भावस्था में काइरोप्रेक्टिक चेक अप क्यों ?

    गर्भावस्था में काइरोप्रेक्टिक चेक अप क्यों ?

    ReplyDelete
  4. मैं तो प्रधानमंत्री हूँ.
    Cartoon, Hindi Cartoon, Indian Cartoon, Cartoon on Indian Politcs: BAMULAHIJA
    यही तो रोना है यथा नाम तथा गुण,नाम :मौन सिंह ,काम :जी मेडम !यस मेडम !
    ......ram ram bhai
    शुक्रवार, 17 अगस्त 2012
    गर्भावस्था में काइरोप्रेक्टिक चेक अप क्यों ?

    गर्भावस्था में काइरोप्रेक्टिक चेक अप क्यों ?

    ReplyDelete
  5. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    --
    इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (19-08-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
    सूचनार्थ!

    ReplyDelete