Manu Gupta
मेरी बड़ी बेटी-TCS, लखनऊ में-
बिटिया रानी है दिखी, ऐसी पहली बार ।
साड़ी में भी है भली, या कुर्ती सलवार ।
या कुर्ती सलवार, मुबारक हो पहरावा ।
चढ़ती सीढ़ी एक, बजे मन सरस बधावा ।
कन्या के दो रोल, संभालो अपना पल्लू ।
चला ढूंढने बाप, सही सा एक निठल्लू ।।
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जीते हैं हम आजकल, टुकड़े टुकड़े टूट |
थी अखंड गुजरी सदी, मची लूट पर लूट |
मची लूट पर लूट, कूटनीतिज्ञ लूटते |
मियाँमार सीलोन, सिन्धु बंगाल टूटते |
हरा भरा संसार, हराया अपनों ने ही |
नेही था घरबार, काटते पावन देहीं ||
थी अखंड गुजरी सदी, मची लूट पर लूट |
मची लूट पर लूट, कूटनीतिज्ञ लूटते |
मियाँमार सीलोन, सिन्धु बंगाल टूटते |
हरा भरा संसार, हराया अपनों ने ही |
नेही था घरबार, काटते पावन देहीं ||
आग लगी आशा जगी, भगी गन्दगी यार |
हुआ मुहल्ला साफ़ अब, बहे जरा जलधार |
हुआ मुहल्ला साफ़ अब, बहे जरा जलधार |
बहे जरा जलधार, इकठ्ठा कूड़ा कर दे |
नेहरु गांधी प्लेस, चहे तो जनपथ भर दे |
रविकर रखता द्वेष, ठेस लगती है भारी |
हे भैया अविनाश, कहाँ की है तैयारी ??
Nirmal Gupta आज के समय में.चिरकुट ही लज़ीज़ बिस्कुट खाते हैं ,वह भी बिना कुछ किये धरे .चिरकुट और बिस्कुट की दुरभिसंधि पर आप शोध कर सकते हैं .
चिर रोगी परजीविका, फिर भी इसको बख्स |
फिर भी इसको बख्स, रश्क होता है इससे |
मिलते नैनो-नक्श, कहे रोचक यह किस्से |
रविकर दारू खोर, पार-ले जी जी विस्कुट |
बिगत जनम का ढोर, आज का बंदा चिरकुट ||
पट नायक सी सोच है, देखें मुस्लिम वोट |
इसीलिए करते रहे, मन मोदी पर चोट |
मन मोदी पर चोट , खोट देखें न अपना |
रहे कई को पोट, तीर से देखें सपना |
करदे ईश्वर पूर, करें बातें बन लायक |
मिलें वोट भरपूर, करे न खट-पट नायक |
इसीलिए करते रहे, मन मोदी पर चोट |
मन मोदी पर चोट , खोट देखें न अपना |
रहे कई को पोट, तीर से देखें सपना |
करदे ईश्वर पूर, करें बातें बन लायक |
मिलें वोट भरपूर, करे न खट-पट नायक |
अजय कुमार
इन्तजार है हार को, आ बहार इस बार |बार बार सूखे लड़ी, होय प्यार की हार |
होय प्यार की हार, लड़ी किस्मत से नजरें |
बदकिस्मत बदहाल, गुजरता ताकूँ गजरे |
*गटपट गजगामिनी, कहो अब क्या विचार है |
चाल तेज या नई, चाल का इन्तजार है ||
*संयोग
बिटिया को शुभकामना,रहे सदा खुशहाल ।
ReplyDeleteबप्पा,चाचा के जियत,भल पाए ससुराल ।
शुभकामनाऎं बिटिया को !
ReplyDeleteये बाबाराम की फोटो
फेसबुक में लटक रही थी
आप यहां भी ले आये
अब बाबा राम आराम
करने को कहाँ जाये ?
अपनी फोटो देखने तो
Deleteकम से कम आ जाते
बाबा राम पता नहीं
फोटो दे दे के कहाँ
हैं अपना खो जाते !
बिटिया को बहुत बहुत शुभकामनाऎं...!
ReplyDeleteबिटिया को सुयोग्य वर मिले.....मुस्कुराती रहे सदा...
ReplyDeleteअशेष शुभकामनाएं...
सादर
अनु
इतनी प्यारी,सुयोग्य बिटिया के लिये'निठल्लू'?-नहीं,अनुरूप वर चाहिये!
ReplyDeleteबेहतरीन।
ReplyDeleteबिटिया सदा सुखी रहे,अनुरूप मिले ससुराल
ReplyDeleteहर बाप की यही कामना,जोड़ी रहे खुशहाल
जोड़ी रहे खुशहाल,ढूढता जोड़ी दर दर
खाली हाथ लौट,बाप जब आता घर पर
हाय विधाता तूने,कैसा खेल दिखाया
दहेज में बिक रही,बेटियों की काया,,,,,,,
nice .जनपद न्यायाधीश शामली :कैराना उपयुक्त स्थान
ReplyDeleteविस्तृत फलक बड़े कैनवास पे छा रहें हैं ,रविकर जी ,मन भा रहें हैं . . कृपया यहाँ भी पधारें -
ReplyDeleteमंगलवार, 21 अगस्त 2012
सशक्त (तगड़ा )और तंदरुस्त परिवार रहिए
सशक्त (तगड़ा )और तंदरुस्त परिवार रहिए
आनंद आ गया.
ReplyDeleteरविकर दारू खोर, पार-ले जी जी विस्कुट |
ReplyDeleteबिगत जनम का ढोर, आज का बंदा चिरकुट ||
:) ha-ha..
आप की चिंता जाहिर है | बिटिया सुयोग्य ही है | शुभकामनाएं |
ReplyDeleteबिटिया को ढेर सारी शुभकामनाए
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