मस्त है भाई...अब तो आदेश भी वापिस हो गया है.
अखिलेश जब नाम हमारा क्यों करें परवाह तुम्हारा
करोड़ खा जाने वालेबीस को क्या जाने ?
बहुत बढिया व्यंग्य मुलामियत पे ,मुलामियत के वंशजों पे ..
बीस लाख की कार का, निरस्त हुआ आदेश,यह सुनकर विधायकों का, बिगड गया है फेसबिगड गया है फेस, बिपक्ष ने ऐसा डाला डंडा चित्तपड़े अखिलेश, भूले विधायकनिधि का फंडाविधायकनिधि की राशि का सही करो उपयोगजनहित में खर्च करो, खुद मत करो उपभोग
bilkul sahi kaha aur bahut hi sundar shabdon me.nice
रविकर जी बहुत बेहतरीन कुंडली
मस्त है भाई...अब तो आदेश भी वापिस हो गया है.
ReplyDeleteअखिलेश जब नाम हमारा
ReplyDeleteक्यों करें परवाह तुम्हारा
करोड़ खा जाने वाले
ReplyDeleteबीस को क्या जाने ?
बहुत बढिया व्यंग्य मुलामियत पे ,मुलामियत के वंशजों पे ..
ReplyDeleteबीस लाख की कार का, निरस्त हुआ आदेश,
ReplyDeleteयह सुनकर विधायकों का, बिगड गया है फेस
बिगड गया है फेस, बिपक्ष ने ऐसा डाला डंडा
चित्तपड़े अखिलेश, भूले विधायकनिधि का फंडा
विधायकनिधि की राशि का सही करो उपयोग
जनहित में खर्च करो, खुद मत करो उपभोग
bilkul sahi kaha aur bahut hi sundar shabdon me.nice
ReplyDeleteरविकर जी बहुत बेहतरीन कुंडली
ReplyDelete