Sunday, 29 July 2012

टिप्पण-रुप्पण एक सम, वापस मिली न एक

चौपड़ पर बेगम सजे, राजा बैठ अनेक |
टिप्पण-रुप्पण एक सम, वापस मिली न एक |

Custom Imprinted Playing Cards

वापस मिली न एक, दाँव रथ-हाथी-घोड़े |
 थोड़े चतुर सयान, टिपारा बैठे मोड़े |
File:Jack playing cards.jpg
कह रविकर कविराय, गया राजा का रोकड़ |
जीते सभी गुलाम, हारते रानी-चौपड़ ||

6 comments:

  1. baith nihare rah jo har kar tippani kee
    aao mil kar bole ham sab jay baba kee.
    nice .thanks
    TIME HAS COME ..GIVE YOUR BEST WISHES TO OUR HOCKEY TEAM -BEST OF LUCK ..JAY HO !

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  2. बहुत बढिया प्रस्‍तुति।

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  3. आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार को ३१/७/१२ को राजेश कुमारी द्वारा चर्चामंच पर की जायेगी आपका स्वागत है

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  4. टिप्पण-रुप्पण एक सम, वापस मिली न एक,,,,

    अच्छी प्रस्तुति,,,,रविकर जी,,,,,

    RECENT POST,,,इन्तजार,,,

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