माधौ संघी करें ट्विट, दिग्गी करें कमेन्ट ।
साहब हाफिज सईद जी, ईष्ट सेंट-पर-सेंट ।
ईष्ट सेंट-पर-सेंट, हमारे स्वामी आका ।
पार्टी लाइन यही, खींचते जाएँ खाका ।
शहनवाज-गडकरी, पार्टी यह आतंकी ।
प्यादे ऊंट वजीर, करे रानी नौटंकी ।।
|
नारा ढीला हो गया, निन्यानवे बटेर |
पहुँचायें सत्ता सही, चाहे देर सवेर |
चाहे देर सवेर, गरीबी रेखा वालों |
फँसता मध्यम वर्ग, साथ अब इन्हें बुला लो |
मँहगाई की मार, टैक्स ने भी संहारा |
लाल-कार्ड बनवाय, लगायें हम भी नारा |
|
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण)
उच्चारण
शांतचित्त गुरुवर व्यथित, गीदड़ की सरकार | कुत्ते इज्जत लूटते, नारी करे पुकार | नारी करे पुकार, गला सैनिक का रेता | धारदार हथियार, किन्तु बैठा चुप नेता | इनकी जय जय कार, देश भक्तों को गाली | सारी जनता आज, खड़ी बन यहाँ सवाली ||
मिली मुबारकवाद मकु, मणि शंकर अय्यार ।
शिंदे फर्द-बयान से, जाते पलटी मार ।
जाते पलटी मार , भतीजा होता है खुश।
नकारात्मक वार, कभी हो जाता दुर्धुष ।
हिन्दु-वाद-आतंक, शब्द लगते हैं मारक ।
हर्षित फूंके शंख, मित्र से मिली मुबारक ।।
|
जिसने भी भाषण लिखा, ज्ञान-पीठ दो यार ।
ठोक पीठ को प्यार से, प्रकट करो आभार ।
प्रकट करो आभार, भावनामयी प्रभावी ।
आँसू मस्ती प्यार, हमारे पी एम् भावी ।
डी एन ए की बात, सुझाई है पर किसने ।
वह ही हिन्दुस्तान, कहा कांग्रेसी जिसने ।।
|
|
वाह...!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर टिप्पणियाँ!